बाबू जगजीवन राम अस्पताल के कर्मचारियों में एक डॉक्टर और एक नर्स ने और हैरानी वाला खुलासा किया। उन्होंने पुष्टि की कि उनके परिवार के सदस्यों को भी कोरोना पॉजिटिव पाया गया है। मन की बात में क्यों बोले पीएम मोदी कि ईद से पहले कोरोना खत्म हो जाए
अस्पताल के एक अधिकारी के मुताबिक कर्मचारियों और उनके परिजनों सहित सभी करीबी संपर्कों की जांच की जा रही है। अब तक अस्पताल के 58 से अधिक कर्मचारी और उनके कुछ रिश्तेदार कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। चौंकाने वाली बात यह है कि 70 फीसदी मामलों में कोई लक्षण दिखाई नहीं दिए।
100 बिस्तरों वाले बाबू जगजीवन राम अस्पताल में डॉक्टर, पैरा-मेडिकल स्टाफ, नर्स, सफाई कर्मचारी, सुरक्षा एवं गैर-चिकित्सा कर्मियों समेत करीब 500 लोग काम करते हैं। शनिवार तक अस्पताल के 40 कर्मचारियों को कोरोना पॉजिटिव पाया गया। जबकि रविवार को आई 114 कर्मचारियों और उनके परिजनों की रिपोर्ट में 20 पॉजिटिव निकले। अभी 70 की रिपोर्ट बाकी है।
इस संबंध में अस्पताल के डॉक्टर ने बताया, “संक्रमण के स्रोत के बारे में कहना फिलहाल मुश्किल है। हम थर्मल स्क्रीनिंग भी कर रहे हैं और आने वाले मरीजों से उनके यात्रा के इतिहास या लक्षणों के बारे में जानकारी हासिल कर रहे हैं। फिर भी अगर किसी व्यक्ति में कोई लक्षण ही नहीं हैं तो कुछ नहीं कर किया जा सकता।”
डॉक्टर के मुताबिक जहांगीरपुरी ( Jahangirpuri ) स्थित यह अस्पताल कई हॉटस्पॉट इलाकों से घिरा है। जहांगीरपुरी के तकरीबन सभी ब्लॉक में कंटनेनमेंट जोन हैं। कई कर्मचारी नजदीक ही रहते हैं। गैर-कोरोना वायरस संक्रमित चिकित्सा पेशेवरों के ठहरने की कोई व्यवस्था नहीं है, जिससे उनके परिजनों का जीवन भी खतरे में है।
मोहम्मद साद की अपील पर COVID-19 से ठीक हुए तबलीगी जमात के लोगों ने उठाया बड़ा कदम, सामने आया वहीं, नोएडा स्थित नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ बायलॉजिकल्स की रिपोर्ट के मुताबिक दिल्ली के बाबा साहेब आंबेडकर अस्पताल में डॉक्टर-नर्स-पैरामेडिकल स्टाफ समेत 29 कर्मचारियों को कोरोना पॉजिटिव पाया गया है। वहीं, चार अन्य मामलों की रिपोर्ट को भी तकरीबन पॉजिटिव माना जा रहा है।
राजधानी के तकरीबन 150 अस्पताल के कर्मचारियों में कोरोनोवायरस की पुष्टि हुई है। इनमें से अधिकांश ऐसे मामले हैं, जिनमें लक्षण नहीं दिखे। दिल्ली में अभी तक 2,650 से अधिक कोरोना वायरस मामले सामने आ चुके हैं और 54 लोगों की मौत हुई है।