लगातार रुक-रुककर होने वाली बारिश ने उनके लिए दिक्कतें बढ़ा दी हैं। इसके बावजूद किसानों के हौसले बुलंद हैं। वह किसी भी हालत में टूटता नहीं दिख रहा है। सिडनी टेस्ट में खेलेंगे प्रोटोकॉल विवाद में फंसे 4 खिलाड़ी, रोहित और गिल करेंगे ओपनिंग, सैनी का डेब्यू मैच
कृषि कानून रद्द कराने को लेकर नेशनल हाईवे 44 पर दिल्ली-सोनीपत के कुंडली बॉर्डर पर किसान बीते 40 दिन से डटे हुए हैं। इस दौरान किसानों की सरकार से कई दौर की बातचीत हो चुकी है। लेकिन किसान कृषि कानून रद्द करने की मांग पर अड़े हुए हैं। वहीं सरकार केवल संशोधन की बात करना चाहती है। बदलते मौसम के कारण किसानों को जूझना पड़ रहा है।
शुरूआत में बारिश हल्की होने के कारण पहले दिन किसान अपने टेंट व ट्राली के ऊपर पॉलीथिन लगाकर पानी से बच निकले। मगर मंगलवार को मूसलाधार बारिश करण सड़क पर पानी भर गया तो टेंट भी उखड़ने शुरू हो गए। उनकी सोने की जगहें भीग गईं। ऐसे किसानों के पास उनके सोने के लिए कोई विकल्प नहीं है।