हालांकि, जब नेताओं को अहसास हुआ कि उनके साथ ठगी हो रही है, तो इसकी शिकायत उन्होंने पंजाब पुलिस से की। मामला हाईप्रोफाइल था, इसलिए पंजाब पुलिस शिकायत पर तुरंत अलर्ट हो गई। पहले गैंग के दो आरोपी पकड़े और उनसे पूछताछ के बाद मास्टमाइंड को भी गिरफ्तार कर लिया है। तीनों आरोपी अमृतसर से पकड़े गए।
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वैसे तो इस पूरे मामले में चौंकाने वाली कई बातें हैं, मगर दो पर गौर करना जरूरी है। पहला, तीनों आरोपी प्रशांत किशोर के नाम पर कांग्रेस के कई नेताओं से ठगी कर चुके हैं। अभी भी उनकी कुछ नेताओं से टिकट और दूसरे वादों को लेकर बातचीत चल रही थी। राजस्थान में यह गैंग कांग्रेस के एक नेता से ठगी कर दो करोड़ रुपए वसूल भी चुका है। मामला खुला तो राजस्थान पुलिस ने आरोपी मास्टमाइंड गौरव शर्मा को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। 40 दिन बाद भी जब पुलिस इनके पास ठगी की रकम बरामद नहीं कर पाई तो कोर्ट ने इन्हें जमानत दे दी। बाहर आकर इन्होंने इस बार पंजाब के कांगे्रस नेताओं को टारगेट करना शुरू किया। दूसरी जो चौंकाने वाली बात है वह यह कि तीनों आरोपी ज्यादा पढ़े-लिखे नहीं हैं। इनमें एक चौथी, दूसरा आठवीं और तीसरा सिर्फ दसवीं पास है। इसलिए बड़े नेता जब इनके झांसे में आ गए तो पुलिस भी हैरान है और फूंक-फंूक कर कदम रख रही है।
पुलिस का कहना है कि इनकी गिरफ्तारी से किसी बड़े राज का पर्दाफाश भी हो सकता है। ये सभी ठगी के पैसे से जुआ खेलते थे। यही नहीं, इनके खिलाफ धोखाधड़ी और तस्करी के कुछ मामले पहले से भी दर्ज बताए जा रहे हैं।
बता दें कि प्रशांत किशोर इन दिनों पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के प्रधान सलाहकार पद पर कार्यरत हैं। उनके बढ़ते राजनीतिक कद को देखकर कुछ लोगों के दिमाग में खुराफाती आइडिया आया। इन ठगों ने प्रशांत किशोर की नकली आवाज के जरिए कांग्रेस नेताओं को आगामी विधानसभा चुनाव में टिकट दिलाने का झांसा देकर पैसे ऐंठने का प्लान बनाया। ठगी के शिकार लोगों ने पुलिस में इसकी शिकायत की, जिसके बाद मुख्य आरोपी को पंजाब पुलिस ने अमृतसर से गिरफ्तार कर लिया।
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पुलिस के अनुसार, गौरव शर्मा उर्फ गोरा इस मामले के मास्टरमाइंड है। वह अमृतसर के मजीठा मार्ग स्थित 88 फुटा रोड का निवासी है। गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने आरोपी गौरव शर्मा को अदालत में पेश किया है, जहां से उसे चार दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया है। बता दें कि पुलिस ने इससे पहले गौरव के दो अन्य साथियों को भी गिरफ्तार किया। उन दोनों को अदालत ने सात दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा हुआ है।
पुलिस के अनुसार, इन ठगों ने बताया कि वह कांग्रेस नेताओं से प्रशांत किशोर की आवाज में बात करते थे। बातचीत के दौरान ये कांग्रेस नेताओं को आगामी विधानसभा चुनाव में कांग्रेस से टिकट दिलाने का झांसा देते थे। एक टिकट दिलाने के एवज में ये कांग्रेस नेता से पांच करोड़ रुपए वसूलते थे।
पुलिस अधिकारी जसकिरनजीत सिंह तेजा के अनुसार, आरोपी इससे पहले राजस्थान के एक नेता को अपना शिकार बना चुके हैं। इन्होंने राजस्थान के उस नेता से दो करोड़ रुपए भी वसूले थे। इस मामले में वह 40 दिनों तक जेल की सजा भी काट चुका है। जमानत मिलने के बाद बाहर आया और फिर वही काम अब पंजाब में शुरू कर दिया। हालांकि, गौरव के पास से राजस्थान पुलिस पैसे बरामद नहीं कर पाई थी। वहीं, पंजाब में मामला सामने आने के बाद यहां की पुलिस ने पहले दो आरोपियों को पकड़ा। इनके नाम राकेश कुमार भसीन और रजत कुमार उर्फ राजा मदान है।
गिरफ्तार किए गए आरोपियों में एक राकेश कुमार राजस्थान के किसी विधायक का निजी सचिव बनकर लोगों से बातचीत करता था। वहीं दूसरा आरोपी रजत खुद विधायक बनकर लोगों से बात कर रहा था। पूछताछ में उन्होंने बताया कि पूरे मामले का मास्टमाइंड गौरव शर्मा उर्फ गोरा है।