राज्य के आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ( ASDMA ) की रिपोर्ट के मुताबिक बाढ़ से एक व्यक्ति की धेमाजी जिले में जोनाई रेवेन्यू सर्किल ( Revenue Circle ) पर तो दूसरे की उदलगुरी जिले में उदलगुरू रेवेन्यू सर्किल पर मौत हुई। इस साल बाढ़ के चलते राज्य में अभी तक 18 लोगों की मौत हो चुकी है।
एएसडीएमए ( ASDMA ) के मुताबिक बाढ़ की वजह से धेमाजी, लखीमपुर, बिस्वनाथ, उदलगुरी, दर्रांग, नलबारी, बारपेटा, बोंगाइगांवस कोकराझर, ढुबरी, दक्षिण सलमारा, गोलपारा, कामरूप, मोरीगांव, होजाई, नगांव, गोलाघाट, जोरहाट, मजुली, शिवसागर, डिब्रूगढ़, तिनसुकिया और पश्चिमी करबी आंगलोंग जिले के 9.3 लाख लोग प्रभावित हुए हैं।
Karnataka : 10वीं की परीक्षा दे रहा छात्र निकला Corona पॉजिटिव, अब लापरवाही का खामियाजा भुगतेंगे 19 अन्य छात्र असम में बाढ़ का सबसे ज्यादा विकराल रूप बारपेटा जिले ( Barpeta District ) में देखने को मिला है, जहां करीब 1.35 लाख लोग इससे प्रभावित हुए हैं। धेमाजी जिला दूसरे नंबर पर आता है। धेमाजी में करीब एक लाख लोग बाढ़ की विभीषिका से जूझ रहे हैं। वहीं, नलबारी जिले में 96 हजार से ज्यादा लोग इस प्राकृतिक आपदा ( Natural Calamity ) से प्रभावित हुए हैं।
बता दें कि पिछले 24 घंटे में राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल, जिला प्रशासन, सिविल डिफेंस और अंतरदेशीय जल परिवहन विभाग ने पांच जिलों से अभी तक 9,303 लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया है। शनिवार तक बाढ़ की वजह से 21 जिलों के 4.6 लाख लोग बाढ़ से प्रभावित हुए थे। वर्तमान में 2,701 गांव जलमग्न हैं और 68,806.73 हेक्टेयर फसल बर्बाद हो चुकी है।
भारत में टिड्डियों का खतरा बढ़ा, इस जगह अंडे देने की सूचना के बाद AFO ने जारी की चेतावनी प्राधिकरण ने बताया कि 12 जिलों में 193 राहत शिविर ( Relief Camp ) और वितरण केंद्र चलाए जा रहे हैं, जहां 27,308 लोगों को रखा गया है। अब तक 1,206.32 कुंतल चावल, दाल और नमक, 2.195.92 लिटर सरसों का तेल समेत बच्चों का भोजन, नाश्ता, मोमबत्ती, माचिस और पीने के पानी समेत अन्य राहत सामग्रियां प्रभावित लोगों के बीच वितरित की जा चुकी हैं।
ब्रह्मपुत्र नदी गुवाहाटी, जोरहाट में निमातीघाट, सोनितपुर के तेजपुर, गोलपारा और ढुबरी कस्बे में पानी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है।