संविधान के पहले संशोधन के तहत मौलिक अधिकारों में कुछ परिवर्तन किए गए और भाषण तथा अभिव्यक्ति की आजादी का अधिकार आम आदमी को दिया गया। इसी तरह समानता का अधिकार तथा जमींदारी उन्मूलन का कानून लाया गया ताकि आम आदमी को अधिक अवसर मिल सके।
सेन्ट्रल रेलवे की स्थापना भारत में पहली रेल 16 अप्रैल 1853 को चली थी। तब से आज से देश के इतिहास में रेलवे ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। आपको यह जानकर हैरानी होगी कि आजादी से पहले देश का रेलवे
तंत्र बहुत छोटा होने के बाद भी अव्यवस्थित रूप से बंटा हुआ था। आजादी के बाद इस पूरे सिस्टम को देश की जरूरतों तथा उपलब्धताओं के आधार पर पुर्नव्यवस्थित कर नए जोन बनाए गए। इनमें से एक मध्य रेलवे अथवा सेन्ट्रल रेलवे की नींव 5 नवंबर 1951 को रखी गई। इसमें मध्यप्रदेश, उत्तरप्रदेश के साथ साथ कई अन्य स्थानों की रेलवे सेवाओं को एक जगह से नियंत्रित किया जाने लगा।
देश में पहली बार हुआ एशियन गेम्स का आयोजन आजादी के बाद देश में पहली बार 4 मार्च से 11 मार्च 1951 तक एशियन गेम्स का आयोजन किया गया। आजाद भारत का यह पहला बड़ा खेल आयोजन था जिसमें विभिन्न खेल प्रतियोगिताओं में 489 एथलीट्स ने भाग लिया था।
इस वृहद खेल प्रतियोगिता में एशिया के कई देशों ने हिस्सा लिया था। जापानी खिलाड़ियों ने इसमें 60 पदक जीते जिनमें से 20 स्वर्ण पदक थे। जबकि भारत 15 स्वर्ण पदकों समेत कुल 51 पदक जीत कर दूसरे स्थान पर रहा।”