लखनऊ। इस्लामिक स्टेट के संदिग्ध आतंकी रिजवान के मामले में सुरक्षा एजेंसियों ने बड़ा खुलासा करते हुए बताया कि आईएसआईएस अब बेहद युवाओं खासतौर पर किशोरों को लक्षित कर रहा है। उनका ब्रेनवॉश कर उन्हें आतंकी बनाया जा रहा है। गौरतलब है कि हाल ही में गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर एटीएस तथा पुलिस ने 14 युवाओं को गिरफ्तार किया था। इन सभी की उम्र 24 साल से कम है।
पुलिस ने बताया कि आरोपियों में शामिल एक आरोपी रिजवान अभी नाबालिग (16 साल) है। वह बुद्धा इंटर कॉलेज कुशीनगर में 12वीं का विद्यार्थी है। उसे 24 जनवरी को मुंबई एटीएस तथा यूपी पुलिस ने गिरफ्तार किया था। उसके स्कूल प्रिंसिपल ने भी इसे कन्फर्म किया है। रिजवान के वकील ने सेवरी के अडिशनल मेट्रोपॉलिटन मैजिस्ट्रेट के आगे उसकी दसवीं क्लास की मार्कशीट पेश की जिसमें उसकी बर्थ डेट मई 1999 है हालांकि जांच एजेंसियों द्वारा पेश किए गए इलेक्टोरल रेकॉर्ड से उसकी उम्र 20 साल है।
एजेंसियों ने रिजवान की आईएस रिक्रूटर के तौर पर पहचान की थी। बताया जाता है कि वह इस्लामिक स्टेट चीफ अबू बकर अल-बगदादी से सीधे संपर्क में था। महाराष्ट्र एटीएस के अनुसार वह जिहादियों के लिए सुरक्षित ठिकाने तलाशता था और उन्हें छिपाकर ट्रेनिंग दिया करता था। उसने गोवा में किराए का कमरा लिया हुआ था जहां से आईएस का रीजनल ऑफिस चला रहा था।
रिजवान फेसबुक के जरिए आईएसआईएस के संपर्क में आया। उसकी एक्टिविटी देख कर उसे चेन्नई बुलाया गया जहां उसे एक लाख रुपए देकर बड़ी जिम्मेदारी सौंपी गई। वह देश भर में जगह-जगह घूमकर स्लीपिंग मॉडयूल तैयार कर रहा था। वह यूपी में सीरियल ब्लास्ट करने की भी योजना बना रहा था। उसके स्कूल टीचर्स ने बताया कि पिछले कुछ महीनों से वह काफी बदल सा गया था। वह महंगे फैशन करने लगा था, पल्सर बाइक पर आता-जाता था। अक्सर वह कई-कई दिनों के लिए गायब हो जाया करता था।
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