ये भी पढ़ें: कोरोना इफ़ेक्ट: पंजाब बोर्ड ने 10वीं-12वीं की परीक्षाएं स्थगित की अनिल कृष्ण के अनुसार ‘कोरोना वायरस के कारण मार्च 2020 में लगे लॉकडाउन के बाद से 107 वर्षीय केवल कृष्ण पहली बार टीका लगवाने के लिए दक्षिणी दिल्ली स्थित अपने आवास से बाहर निकले।’ उन्होंने आगे बताया कि ‘लॉकडाउन के बाद से हमने उन्हें घर में ही सुरक्षित रखा था। आज, हम उन्हें कार से अस्पताल में कोविड-19 टीका लगवाने लाए, जहां 2019 में केवल कृष्ण का ऑपरेशन हुआ था। टीका लगवाने के बाद उन्हें घर ले जाया गया।’
अनिल कृष्ण ने बताया कि वह अच्छा महसूस कर रहे हैं और उन्हें टीका लगने के बाद कोई प्रतिकूल प्रभाव सामने नहीं आया है। उन्होंने कहा कि केवल कृष्ण ने घर वापस आकर पूजा भी की। 72 वर्षीय अनिल कृष्ण के अनुसार ‘कोविड-19 महामारी की शुरुआत के बाद से उन्होंने पिताजी से 1918 के स्पेनिश फ्लू के बारे में जानना चाहा। मगर वे उस समय केवल पांच वर्ष के थे, ऐसे में इस बारे में उन्हें ज्यादा याद नहीं है।’ अनिल के अनुसार उनके पिता का जन्म चार अगस्त 1913 को जालंधर जिले के करतारपुर में हुआ था।