देर रात दोनों की गला दबा कर हत्या कर दी गयी थी। हत्यारों ने मुंह में कपड़ा ठूंसकर हत्या को अंजाम दिया। घटना की जानकारी तब हुई जब दिन चढ़ने के साथ घर मे कोई हलचल नही हुई। पड़ोसियों ने इसकी जानकारी पुलिस को दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने जांच-पड़ताल के लिए जब घर का दरवाजा खोला तो वहां दोनों का शव जमीन पर पड़ा मिला। दरवाजे के पास सबसे पहले सुनील का शव पड़ा था। वहीं घर के कोने में सुनीता का शव पड़ा हुआ था। घर की आलमारी और बिखरे कपड़ों से ऐसा महसूस हो रहा था कि लूटपाट की कोशिश भी की गयी थी।
घटना की सूचना के बाद पुलिस के आला अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए। पुलिस ने जांच के लिए फोरेंसिक टीम और डॉग स्क्वायड को बुलाया दोनों टीम ने घटना स्थल और आस-पास के घरों की जांच पड़ताल की। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। मौके पर पहुचे पुलिस अधीक्षक अवधेश पांडेय ने बताया कि हत्या गला दबा कर की गयी है। जल्द ही घटना का खुलासा कर दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि मृतक दंपति घर पर ही किराने की दुकान चलाते थे। इसके अलावा उनका चुनरी बनाने का भी काम था।
बताया जा रहा है कि पास ही शराब की दुकान है। जहां से शराब पीने के बाद लोग इसी दुकान पर सिगरेट और तम्बाकू गुटखा आदि खरीदते थे। मृतक के रिश्तेदारों के मुताबिक सुनीता की पहली शादी टूट गयी थी। इसके बाद पिछले दस सालों से वह अपने पुश्तैनी घर मे अलवर निवासी सुनील के साथ रह रही थी। दोनों कोई संतान नहीं थी और वो अकेले ही रहते थे।
By Suresh Singh