यह भी पढ़ेंः चुनाव आते ही भाजपा को याद आया यह समाज, अनुसूचित जाति में शामिल करने के हो रहे प्रयास ये होगी पुरस्कार राशि नन्द बाबा पुरस्कार के लिए विकास खंड स्तर पर प्रथम पुरस्कार के लिए 5100 रूपये की धनराशि, जनपद स्तर पर प्रथम पुरस्कार के लिए 21 हजार की धनराशि और राज्य स्तर पर 51 हजार की धनराशि प्रथम पुरस्कार के रूप में रखी गई है।
यह भी पढ़ेंः अखिलेश यादव के इस खास सिपाही के भतीजे को मेरठ में मारी गोली तो मच गया हड़कंप, देखें वीडियो ये होगा चयन का तरीका जिन पशुपालकों के पास सर्वाधिक भारतीय गोवंश होगे और विकास खंड स्तर पर इन गायों का दूध 1500 लीटर प्रति माह से अधिक होगा उन्हें विकास खंड स्तर पर पुरस्कार के लिए चुना जाएगा। जिन गोवंश पालकों का दूध 5000 लीटर प्रति माह होगा उन्हें जिला स्तरीय पुरस्कार के लिए और जिन भारतीय गोवंश पालकों का दूध राज्य में सर्वाधिक अधिक होगा उनको राज्य स्तरीय पुरस्कार के लिए चुना जाएगा। दुग्ध और भारतीय गोवंश पालकों की मानिटरिंग का काम जिला दुग्ध संघ के जिम्मे होगा। जिला स्तर पर बने दुग्ध संघ ही ब्लाक, जिला और राज्य स्तर के लिए चयनित कर पुरस्कार के लिए भेजने का कार्य करेंगे।