यह भी पढ़ेंः महिलाा के अपहरण के बाद बच्चों की नहीं सुनी योगी की पुलिस ने, अब अफसरों के यहां चक्कर काट रहे मासूम चार हजार करोड़ का सॅाफ्ट लोन डिफाल्टर चीनी मिलों का जो भुगतान रूका हुआ था। उसके लिए योगी सरकार ने 4 हजार करोड़ रूपये के साॅफ्ट लोन की व्यवस्था चीनी मिलों के लिए की थी, जिससे कि किसानों का रूका गन्ना भुगतान अति शीघ्र किया जा सके। मेरठ की नंगला चीनी मिल जो कि पूरी तरह से डिफाल्टर घोषित हो चुकी थी और किसानों का करोड़ों इस मिल पर फंसा हुआ था। अब मिलों को सरकार की ओर से साॅफ्ट लोन उपलब्ध करवाया गया। जिससे मिल के पहियों को रफ्तार मिली। इसके साथ ही क्षेत्र के किसानों को उनका एक साल से रूका हुआ पेमेंट मिला।
यह भी पढ़ेंः क्रिसमस आैर सर्दी की वजह से अगले दो महीने में इतनी छुट्टियां पड़ेंगी कि बच्चों की हो जाएगी बल्ले-बल्ले किसानों को दिया गया 62 करोड़ नंगलामल चीनी मिल के प्रबंधक एलडी शर्मा ने विधायक सत्यवीर त्यागी के आवास पर जानकारी दी कि मिल पर किसानों को करीब 62.48 करोड़ रूपये का भुगतान बाकी था। जिसमें मिल को भाजपा विधायक सत्यवीर त्यागी के प्रयास से साॅफ्ट लोन प्राप्त हुआ, जिसके माध्यम से किसानों का करीब 62 करोड़ का भुगतान शनिवार को कर दिया गया। गन्ना समिति के विशेष सचिव रामनरेश शर्मा ने बताया कि मंडल की सभी मिलों का अब भुगतान हो चुका है। गन्ना समिति के अतुल त्यागी ने कहा कि आने वाला समय गन्ना किसानों और मिलों के लिए बहुत अच्छा है। मंडल की मिलें अब गति पकड़ने लगी हैं। किठौर विधायक सत्यवीर त्यागी ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी के नेतृत्व में पिछले 15 साल में पहली बार ऐसा हुआ है जबकि चीनी मिले समय से चलनी शुरू हुई है। चीनी मिलें चलने से पहले ही किसानों का शत प्रतिशत भुगतान भी सरकार ने करवा दिया। उन्होंने कहा कि इस बार विपक्ष को कोई मुद्दा नहीं मिला जिससे कि वे सड़क पर उतरकर प्रदर्शन करें।