यह भी पढ़ेंः मुन्ना बजरंगी हत्याकांड में अब तक ये सबूत मिले, अब इस एंगल पर काम कर रही पुलिस यह भी पढ़ेंः वीडियो वायरल होने के बाद नाराज जैन समाज के लोगों ने जैन मुनियाें को लेकर लिया बड़ा फैसला जेल की चाहरदीवारी के भीतर दफन हत्या का राज पूर्वांचल के माफिया डॉन मुन्ना बजरंगी की हत्या के कातिल हथियार अभी भी बागपत जेल की जमीन में दफन हैं। सूत्रों का कहना है कि फाॅरेंसिक लैब की रिपोर्ट से हत्यारोपी सुनील राठी और पुलिस दोनों की ही मुसीबतें बढ़ गई है। शासन ने अब बागपत जेल की जांच अब डीप मेटल डिटेक्टर से करवाने का फैसला लिया है। इसके लिए एडीजी मेरठ प्रशांत कुमार को निर्देश दिए गए हैं। पूर्वांचल के माफिया डॉन मुन्ना बजंरगी की हत्या के मामले में बागपत जेल पुलिस पहले से ही संदेश के घेरे में चल रही है। अब पिस्टल की फाॅरेंसिक रिपोर्ट ने उसकी मुसीबतों को और बढ़ा दिया है। सूत्रों के अनुसार लैब की रिपोर्ट में साफ कहा गया है कि बजरंगी की हत्या में बरामद पिस्टल का प्रयोग ही नहीं हुआ। सुनील राठी ने मुन्ना बजरंगी की हत्या का अपराध कबूल करने के बाद जेल के गटर से एक पिस्टल और 22 कारतूस बरामद करवाए थे। पुलिस और जेल प्रशासन ये मानने लगा था कि हत्या इसी बरामद पिस्टल से हुई थी, लेकिन फाॅरेंसिंक रिपोर्ट ने पुलिस और सुनील राठी की पूरी थ्योरी ही बदल दी। इसी कारण अब बागपत जेल की जांच डीप मेटल डिटेक्टर से करवाने का फैसला लिया गया है।
बोले अधिकारी एडीजी प्रशांत कुमार ने बताया कि इसके लिए तैयारी चल रही है। जल्द ही डीप मेटल डिटेक्टर मशीन को जेल के भीतर ले जाकर तलाशी की जाएगी।