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पुलिस अधिकारियों ने बताया कि हाजी गल्ला एक शातिर कबाड़ी है जो कि चोरी के वाहनों को खरीदकर उनको काटकर बेंच देता था। उसने चोरी के वाहनों को काटकर उनको बेचकर ही ऐसी संपत्ति अर्जित की है। उन्होंने कहा कि जो भी इस संपत्ति को खरीदेगा या बेचेगा उसके खिलाफ कठोर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। एएसपी सूरज राय ने बताया कि हाजी नईम उर्फ गल्ला पिछले 20 साल से वाहन चोरी और वाहन कटान की दुनिया में कुख्यात था। उसके ऊपर 30 से अधिक मुकदमें दर्ज है। मेरठ ही नहीं अन्य दूसरे राज्यों में भी इसके खिलाफ मुकदमे दर्ज है। यह चोरी के वाहनों और वाहनों को काटकर संपत्ति अर्जित करता था। उन्होंने बताया कि पटेल नंगर स्थित इस संपत्ति का मूल्य करीब 4 करोड़ रुपये है। इसके अलावा गल्ला की और भी दो संपत्तियां हैं जिन्हें जल्द ही कुर्क किया जाएगा। उन्होंने बताया कि हाजी गल्ला पर थाना सदर बाजार में गैंगस्टर एक्ट के तहत भी कार्रवाई की गई है।
वेस्ट यूपी में सबसे ज्यादा चोरी व लूट के वाहन काटने के लिए बदनाम सोतीगंज का माफिया अब पुलिस के निशाने पर आने लगा है। सोतीगंज निवासी वाहन कबाड़ी हाजी गल्ला पर आईजी की तरफ से 50 हजार रुपये का इनाम घोषित किया है। 50 हजार का इनाम घोषित होते ही कई थानों की पुलिस, क्राइम ब्रांच और एसटीएफ भी वाहन माफिया की तलाश में लग गई है।
एसएसपी प्रभाकर चौधरी के अनुसार सदर बाजार थाना क्षेत्र के सोतीगंज निवासी नईम उर्फ गल्ला पुत्र हाजी निजाम निवासी दरगाह वाली गली सोतीगंज थाना सदर पर 50 हजार का इनाम घोषित किया है। गैंगेस्टर एक्ट में गल्ला फरार चल रहा है। जिसके लिए सदर बाजार पुलिस तलाश में जुटी थी। लेकिन गल्ला का कोई सुराग नहीं लगा। गल्ला की उम्र करीब 65 साल है। जिस पर वाहन काटने और वाहन चोरी के 30 से अधिक मुकदमे दर्ज हैं।
सोतीगंज के कबाड़ी हैं रडार पर सोतीगंज के कबाड़ी पुलिस के रडार पर हैं। एसएसपी प्रभाकर चौधरी की सख्ती के बाद वाहन काटने वाले कबाड़ियों पर लगातार पुलिस कार्रवाई कर रही है। पिछले 3 माह में वाहन काटन के मामले में 16 कबाड़ी जेल जा चुके हैं। जिन पुलिसकर्मियों की भूमिका संदिग्ध पाई, उन्हें भी थाने से हटाकर लाइन हाजिर कर दिया गया था।