यह भी पढ़ेंः दरोगा समेत पीएसी के तीन जवान कोरोना से संक्रमित, छह नए केस के बाद पॉजिटिव मरीज हुए 364 मोदीपुरम क्षेत्र के गांव पबरसा निवासी धर्मेंद्र की पत्नी वेनू गर्भवती थी और उसका पल्लवपुरम में महिला चिकित्सक से इलाज चल रहा था। शनिवार को महिला को जब प्रसव पीड़ा हुई तो धर्मेंद्र ने महिला चिकित्सक से बात की। चिकित्सक ने कोरोना संक्रमण का हवाला देते हुए प्रसव कराने से मना कर दिया। इससे धर्मेंद्र के परिवार के लोग परेशान हो गए। इसके बाद धर्मेंद्र ने दूसरे अस्पताल में बात की। यहां डॉ. प्रतिमा तोमर ने उसकी पत्नी का प्रसव कराया।
यह भी पढ़ेंः अम्फान ने किया विक्षोभ को बेअसर, गर्मी का पिछले पांच साल का रिकार्ड टूटने के आसार उसने दो स्वस्थ बेटों को जन्म दिया है। धर्मेंद्र ने बताया कि पत्नी व दोनों बेटे स्वस्थ हैं। उसने बताया कि पति-पत्नी ने अपने दोनों बेटों का नाम क्वारेंटीन और सैनिटाइजर रखा है। इन दोनों नामों पर गांव में खूब चर्चा है तो शहर में भी इसकी चर्चा जोरों पर है।