यह भी पढ़ें- OMG वाट्सऐप पर पसंद की जाती थी लड़कियां फिर होटल में होती थी डीलिंग, मेरठ पुलिस का छापा एक साल थी शार्प शूटरों की तलाश सूत्रों की मानें तो आजमगढ़ जेल में बंद मेरठ के शातिर अपराधी उधम सिंह ने दो शूटर दिए थे। अजीत की हत्या की साजिश वह लोग एक साल से रच रहे थे, लेकिन अच्छे शूटर नहीं मिल रहे थे। पहले यह तय हुआ था कि दो शूटर ही मौके पर रहेंगे, लेकिन अजीत अधिकतर बुलेट प्रूफ गाड़ी से चलता था और हमेशा असलहों से लैस रहता था। इस वजह से शातिर शूटरों को तलाशा जा रहा था। इसके लिए मेरठ के शातिर अपराधी से संपर्क किया गया, जिसने दो शूटरों की व्यवस्था करा दी तो तय हुआ कि जनवरी में अजीत की हत्या कर दी जाएगी।
रुपयों का बंदोबस्त एक ब्लॉक प्रमुख ने किया पुलिस सूत्रों ने बताया कि अखण्ड ने कुबूला कि 11 महीने तक आरोपियों के लखनऊ में रुकने के लिए तीन फ्लैट का किराया, गाड़ियों का इंतजाम और असलहों के लिये रुपयों की व्यवस्था पूर्वांचल के एक ब्लॉक प्रमुख ने की थी। इस ब्लॉक प्रमुख के लोग ही लखनऊ में शूटरों को लाखों रुपये दे गए।
बजरंगी के हत्यारोपी के साथियों पर नजर दावा किया जा रहा है कि मुन्ना बजरंगी की हत्या के आरोपी सुनील राठी के गिरोह के दो लोग भी पुलिस की रडार पर हैं। इन दोनों के मेरठ के शातिर से भी सम्पर्क बताये जा रहे हैं। इनके बारे में हालांकि पूछताछ में ज्यादा जानकारी नहीं मिली है। इस हत्याकाण्ड में कुछ और खुलासे शूटर रवि यादव, घायल राजेश तोमर, मुस्तफा और अंकुर के पकड़े जाने पर होने की बात कही जा रही है। वहीं अब एसटीएफ की निगाहे कातिल शूटरों की तलाश में मेरठ और वेस्ट के अन्य ठिकानों की तरफ घूम गई है।