वीडियो देखेंः मासूम की डूबकर मौत, ग्रामीणों ने रोकी ट्रेन यह भी पढ़ेंः बारिश के पानी में डूबी बच्चों से भरी स्कूल की बस, मच गया हड़कंप, फिर चीख-पुकार कल शाम खेलने निकला था समीर परतापुर के गांव चंदसारा का 12 वर्षीय समीर शुक्रवार की शाम का घर से खेलने निकला था, लेकिन वह खेलकर घर वापस नहीं लौटा। उसके परिजनाें ने उसे काफी तलाशा, लेकिन उसका कोर्इ पता नहीं लगा। थक-हारकर उन्होंने उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करार्इ। शनिवार की सुबह पुलिस के साथ परिजन भी समीर को ढूंढ़ने निकले तो पूछते-पूछते वह चंदसारा रेलवे हाॅल्ट के पास पहुंचे। वहां कुछ लोगों ने पूछताछ में बताया कि कल शाम एक बच्चे को यहां से गुजरते तो देखा था। इसके बाद पुलिस ने यहां उस जगह पानी में गोताखोर लगा दिए, जहां कल खरखौदा क्षेत्र के एक स्कूल की बस पानी में डूब गर्इ थी, जब वह स्कूल की छुट्टी के बाद बच्चों को घर पहुंचा रही थी। इस बस के सभी 22 बच्चों को सुरक्षित निकाल लिया गया था।
मेरठ में बारिश बनी आफत, दस साल बाद हुर्इ एेसी, देखें तस्वीरें पानी में बच्चे का शव मिलने से हड़कंप यहां 20 फुट उंचार्इ तक भरे बारिश के पानी में गोताखाेरों ने काफी ढूंढ़ने के बाद समीर का शव ढूंढ़ निकाला। यहां शव मिलते ही ग्रामीण काफी उग्र हो गए आैर उन्होंने यहां रेलवे ट्रैक पर शव रखकर जाम लगा दिया। इस प्रदर्शन में महिलाआें की संख्या भी काफी थी। इसी दौरान खुर्जा-मेरठ पैसेंजर ट्रेन ग्रामीणों ने रोक दी। ट्रेन रोके जाने की सूचना के बाद एसपी सिटी रणविजय सिंह व अन्य पुलिस अफसर यहां पहुंचे।
यह भी पढ़ेंः Update: यूपी के इस शहर में आफत की बारिश ने तोड़ा दस साल पुराना रिकार्ड, डीएम ने कक्षा 12 तक के स्कूलों की छुट्टी घोषित की मुआवजे के आश्वासन पर जाम खुला काफी देर तक हंगामा होने आैर ट्रेन रोके जाने के बाद मौके पर पहुचे अधिकारियों ने ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन वे किसी बात मानने को तैयार नहीं हुए। ग्रामीणों को कहना था कि पहले यहां रेलवे फाटक था, तो इसकी निगरानी रहती थी, लेकिन फाटक बंद करने के बाद बनाए गए अंडरपास के बाद से यहां परेशानी हो रही है। उन्होंने इस अंडरपास को बंद करने आैर बालक की मौत के मुआवजे की मांग की। रेलवे ट्रैक पर काफी देर हंगामा रहने के बाद अधिकारियों द्वारा दोनों मांगें माने जाने के बाद ग्रामीणों ने हंगामा समाप्त किया।