यह भी पढ़ेंः वकील आैर भाजपा सांसद के बीच यहां हुर्इ तीखी झड़प, चढ़ गर्इ आस्तीनें, जानिए पूरा मामला यह भी पढ़ेंः इस तरह यूपी में लाशों से लाखों कमा रहे लोग नहीं हावी होने दिए नकल माफिया राणा का कहना है कि इस बार नकल माफियाओं के कारोबार पर पूरी तरह से रोक लगा दी गई थी। नकल के लिए बदनाम जिलों में विशेष तौर पर पुख्ता व्यवस्था की गई थी। खासकर ऐटा, मैनपुरी, मथुरा, आगरा , अलीगढ़ आदि जनपदों से हर वर्ष नकल करने की शिकायतें मिलती थी। लोग कहते थे वहां पर ठेके छोड़े जाते हैं। इसलिए इन जनपदों में शुरू से ही सख्ती बरती गई और परीक्षा शुरू होने के बाद से तो और भी सख्ती कर दी गई थी। जिसका परिणाम आप और हमारे सामने हैं।
यह भी पढ़ेंः किसान आंदोलन का प्रतिनिधित्व अब जींस पहनने वाली पीढ़ी की जिम्मे बोर्ड की बेवसाइट पर लगाए गए चार सर्वर परीक्षा परिणाम बेहतर और जल्दी दिखे। बोर्ड की बेवसाइट खुलने में परेशानी का सामना न करना पड़े। इसके लिए बोर्ड ने अपनी बेवसाइट पर चार सर्वर की अतिरिक्त व्यवस्था की थी इसके अलावा कम्प्यूटर इंजीनियर और साफ्टवेयर इंजीनियर भी बेवसाइट पर नजर रखे हुए थे। जिससे बेवसाइट खुलने या अपलोड करने में छात्रों को परेशानी का सामना न करना पड़े।
पश्चिम उत्तर प्रदेश की खबरों के लिए क्लिक करें शुरू के दो घंटे में सर्वाधिक लोड बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट पर शुरू के दो घंटे में अधिक लोड़ रहा, लेकिन फिर भी किसी को कोई परेषानी नहीं उठानी पड़ी। राणा ने बताया कि अगर किसी को कोई परेशानी हो तो वह बोर्ड कार्यालय सम्पर्क कर अपनी समस्या का समाधान पा सकता है।