यह भी पढ़ेंः VIDEO: दुष्कर्म के आरोपी ने पीड़िता के भाई को कराया गिरफ्तार, पढ़िए यह सनसनीखेज मामला बताते चलें की बोर्ड बैठक में हंगामे के दौरान सफाई कर्मचारी और पार्षदों के बीच झड़प हो गई थी। आरोप है कि इसी दौरान कुछ पार्षदों ने अनुसूचित जाति के बाबू राजेश कुमार पर जाति ***** शब्द कहते हुए अभद्र टिप्पणी कर दी। सपा नेता विपिन मनोठिया के साथ कलेक्ट्रेट पहुंचे सफाई कर्मचारियों ने आरोप लगाया कि नगर निगम के अधिकारियों ने भाजपा पार्षदों के दबाव में बाबू राजेश कुमार का ट्रांसफर कंकरखेड़ा कर दिया है। उन्होंने इसे एक तरफा कार्रवाई बताते हुए जातिसूचक शब्द कहने वाले भाजपा पार्षदों के खिलाफ भी एससीएसटी एक्ट का मुकदमा दर्ज किए जाने की मांग उठाई। इसी के साथ चेतावनी कि यदि नगर निगम के अधिकारियों ने वाल्मीकि समाज के लोगों का उत्पीड़न बंद नहीं किया तो समाज के लोग साफ सफाई का काम ठप करके शहर में बड़ा आंदोलन चलाएंगे।