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पड़ सकती है कड़ाके की सर्दी कृषि अनुसंधान संस्थान के वरिष्ठ कृषि मौसम वैज्ञानिक डॉ. एन सुभाष ने बताया कि इस बार प्रशांत महासागर में ला नीना के चलते उत्तर भारत में कड़ाके की सर्दी पड़ सकती है। उन्होंने सामान्य से भी कम तापमान की चेतावनी जारी करने के संकेत दिए हैं। उन्होंने बताया कि ज्यादा कड़ाके की सर्दी का मतलब है कि कई हिस्सों में इसके कारण लोगों को परेशानी का सामना भी करना पड़ सकता है। दावा किया गया कि कड़ाके की सर्दी का असर पूरे देश में पड़ेगा। पहाड़ी इलाकों में शुरू हुई जोरदार बर्फबारी उन्होंने बताया कि ला नीना का असर पिछले कुछ हफ्तों में हुई मौसम की घटनाओं में देखा जा सकता है। भारी बारिश और मानसून की देरी से वापसी दोनों ला नीना से जुड़ हुआ है। उन्होंने बताया कि इसी का असर है कि अब पहाड़ी इलाकों में जोरदार बर्फबारी होनी शुरू हो गई है। हिमाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों में तापमान पहले ही शून्य से नीचे पहुंच गया है।
तेजी से दर्ज की जा रही है तापमान में गिरावट बर्फबारी और बेहद खराब मौसम के कारण उत्तराचंल और हिमाचल और जम्मू-कश्मीर में बर्फबारी का असर पश्चिमांचल और एनसीआर पर पड़ेगा। जिससे कड़ाके की ठंड पड़ेगी। 1 से 21 अक्टूबर के बीच सामान्य से 41 प्रतिशत अधिक बारिश हुई है। अकेले उत्तराखंड में सामान्य से पांच गुना अधिक बारिश दर्ज की गई है। यहीं कारण है कि अब तापमान में तेजी से गिरावट दर्ज की जा रही है।