मौसम विभाग के अनुसार पश्चिम दिशा से आ रही हवाओं ने ठंडक बढ़ा दी है। हाल ही में उच्च हिमालयी क्षेत्र में अच्छी बर्फबारी हुई है। ऐसे में वहां से आ रही हवाओं के कारण दिन और रात के तापमान में गिरावट हो रही है।
मौसम विभाग का अनुमान है कि आने वाले एक सप्ताह के दौरान दिन और रात के तापमान में एक से दो डिग्री की गिरावट और होने का पूर्वानुमान है। इससे गलन और ज्यादा बढ़ सकती है।
पारा गिरते ही बढ़ गया प्रदूषण
प्रदेश में रात के समय पारा 12 डिग्री सेल्सियस के आस पास दर्ज किया गया। कोहरे और हवा में धुएं और धूल से प्रदूषण भी बढ़ गया है। कई इलाकों में तो प्रदूषण रेडजोन की श्रेणी में आ गया है।
प्रदेश में रात के समय पारा 12 डिग्री सेल्सियस के आस पास दर्ज किया गया। कोहरे और हवा में धुएं और धूल से प्रदूषण भी बढ़ गया है। कई इलाकों में तो प्रदूषण रेडजोन की श्रेणी में आ गया है।
मेरठ और गाजियाबाद में सबसे खतरनाक हवा दर्ज हुई है। इन दोनों शहरों में कहीं कहीं AQI लेवल 400 के पार हो गया है। वहीं कई शहरों की हवा बहुत खराब मापी गई है। इन शहरों का एक्यूआई 300 के पार है और ये प्रदूषण के ऑरेंज जोन में आ गए हैं।
केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार खराब श्रेणी में आए शहरों में ठंड के भी कारण हवा की क्वालिटी पर असर हो रहा है। सांस और अन्य गंभीर बीमारी से ग्रसित रोगियों के लिए यह हवा बिलकुल ठीक नहीं है।
इंदिरापुरम
422 (खतरनाक है)
लोनी
410 (खतरनाक है)
संजय नगर
325 (बहुत खराब है)
नॉलेज पार्क 3
336 (बहुत खराब है)
नॉलेज पार्क 5
353 (बहुत खराब है)
गंगा नगर
450 (खतरनाक है)
जय भीम नगर
403 (खतरनाक है)
पल्लवपुरम
446 (खतरनाक है)