यह भी पढ़ेंः इस संगठन के अध्यक्ष का ऐलान- हिन्दू न जाएं मुस्लिमों की दुकानों पर वाहनों में पंचर लगवाने, देखें वीडियो 600 किलोमीटर का होगा गंगा एक्सप्रेस-वे योगी सरकार ने पश्चिम (West UP) आैर पूर्वी उत्तर प्रदेश (East UP) के बीच बेहतर कनेक्टिविटी के लिए जनवरी 2019 में गंगा एक्सप्रेस-वे के निर्माण की घोषणा की थी। इससे उत्तर प्रदेश के ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों के बीच संपर्क बढ़ेगा। गंगा एक्सप्रेस-वे मेरठ, अमरोहा, बुलंदशहर, बदायूं, शाहजहांपुर, फर्रुखाबाद, हरदोई, कन्नौज, उन्नाव, रायबरेली, प्रतापगढ़ होते हुए प्रयागराज तक रहेगा। इस परियोजना के निर्माण में 36 हजार करोड़ की लागत आएगी। इसके अलावा 6,556 हेक्टेयर भूमि की जरूरत होगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने गंगा एक्सप्रेस-वे की घोषणा करते समय दुनिया के सबसे लंबे एक्सप्रेस-वे होने की बात कही थी। इस परियोजना को चार-लेन के रूप में बनाया जाएगा। इसके बाद इसे छह-लेन तक विस्तारित किया जाएगा। गंगा एक्सप्रेस-वे आपातकालीन हवार्इ सेवा (Emergency Air Service) के रूप में भी काम करेगा।
यह भी पढ़ेंः अमरनाथ यात्रियों की सुरक्षा के लिए हिन्दू संगठन ने रवाना किया अपना जत्था, देखें वीडियो मेरठ के लोगों को मिलेगी राहत मेरठ में हार्इकोर्ट बेंच (High Court Bench) की स्थापना की मांग चार दशक से ज्यादा से हो रही है। इसकी मुख्य वजह यह है कि इलाहाबाद हार्इकोर्ट (Allahabad High Court) का सफर लोगों को परेशान करता है। रेल की लेटलतीफी आैर थका देने वाले बस के सफर से मेरठ व वेस्ट यूपी के अन्य जनपदों के लोगों को राहत मिलेगी आैर उनका समय भी कम लगेगा। ग्रेजुएशन कर रहे नीरज तोमर का कहना है कि इलाहाबाद आने-जाने में काफी समय लगता है। गंगा एक्सप्रेस-वे बनने से उनका काफी समय बचेगा आैर सफर में भी मुश्किल नहीं होगी। बीटेक कर रहे गौरव आ़त्रेय ने कहा कि गंगा एक्सप्रेस-वे बनने से सफर की समस्या नहीं रहेगी। यह योगी सरकार का अच्छा निर्णय है।