मेरठ. एप्पल के मैनेजर विवेक तिवारी की हत्या के बाद यूपी पुलिस में बगावत के सुर उठ रहे हैं। जिस तरह से महकमे में सिपाही से लेकर इंस्पेक्टर रैंक तक के कर्मचारी हत्यारोपी सिपाही प्रशांत चैधरी के समर्थन में लामबंद हुए हैं, उससे सरकार भी हैरान है। सरकार ने अब सख्ती दिखाने का फैसला लिया है। यह कहना है प्रदेश के कानून मंत्री ब्रजेश पाठक का। योगी के मंत्री ब्रजेश पाठक के पत्रिका संवाददाता केपी त्रिपाठी से इस मुद्दे पर हुई बातचीत में उन्होंने अपनी ही पुलिस को दोषी करार दे दिया। उन्होंने कहा कि जिस तरह से पुलिस ने पूरे मामले में लापरवाही दिखाई। उससे तो यही लगता है कि हत्यारोपी सिपाहियों को बचाने की पूरी कोशिश अंत तक की जाती रही। उन्होंने कहा कि सरकार की सख्ती के कारण ही पहली बार किसी ऐसे केस में दो-दो एफआईआर दर्ज की गई है। उन्होंने कहा कि पुलिस ने मामले को गंभीरता से नहीं लिया। एकमात्र चश्मदीद गवाह सना को पुलिस ने अपने साथ कई घंटे घुमाती रही। उन्होंने कहा कि एफआईआर दर्ज होने के तुरंत बाद ही आरोपी कॉन्स्टेबल की वर्दी और उसका रिवाल्वर सील होना चाहिए था, लेकिन उसे सील करने में ही अधिकारियों को आठ घंटे लग गए। सरकार के हरकत में आने के बाद पुलिस के आलाधिकारी भी हरकत में आए।
हत्यारोपियों की मदद करने वालों पर दर्ज होगी एनसीआर
मंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा कि हत्यारोपी सिपाही की मदद करने वाले लोगों पर भी एनसीआर दर्ज होगी। अगर कोई अपराधी की मदद करता है तो वह भी अपराध में बराबर का दोषी माना जाता है। मंत्री पाठक ने कहा कि इस बारे में जानकारी जुटाई जा रही है कि हत्यारोपी सिपाही की पत्नी के खाते में कहां से रुपए जमा हुए और पुलिस के कौन-कौन लोग उसकी मदद कर रहे हैं। जो लोग भी उसकी मदद करेंगे, उन सभी पर एनसीआर दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी।
होगा दूध का दूध पानी का पानी
प्रदेश के कानून मंत्री ने कहा कि विवेक हत्याकांड में पारदर्शी के साथ जांच के आदेश दिए गए हैं। पुलिस के उच्च अधिकारी खुद इस मामले को देख रहे हैं,जिससे कि पूरी घटना की हकीकत साफ हो सके। जल्द ही इसका दूध का दूध और पानी का पानी कर दिया जाएगा।
गौरतलब है कि शुक्रवार देर रात महिला सहयोगी को कार में घर छोड़ने जा रहे एप्पल के एरिया सेल्स मैनेजर विवेक तिवारी की गोमतीनगर थाने में तैनात सिपाही प्रशांत चौधरी और संदीप कुमार ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। इस घटना के बाद जहां एक तरफ पूरा देश आरोपी सिपाहियों की करतूत की निंदा कर रहे हैं। लेकिन यूपी पुलिस के कारिंदे अब भी सुधरने को तैयार नहीं दिख रहे हैं। हालात ये है कि पुिलस विभाग के समाम सिपाही हत्यारोपी सिपाही प्रशांत चौधरी के पक्ष में लामबंद नजर आ रहे हैं। ये लोग नुशासन की धज्जियां उड़ाते हुए सोशल मीडिया पर खुलकर हत्यारोपी सिपाहियों का समर्थन भी करते दिखाई दे रहे हैं।