यह भी पढ़ेंः Independence Day 2019: गांधी जी यूपी के इस शहर में रुके थे 8 दिन और हिलाकर रख दी थी ब्रिटिश हुकूमत ढाई साल में वापस लिए सैकड़ों मुकदमे प्रदेश में भाजपा सरकार बनने के बाद से भाजपा नेताओं और जनप्रतिनिधियों पर दर्ज तमाम ऐसे मुकदमे वापस लिए जा चुके हैं। ये मुकदमे बसपा और सपा सरकार के कार्यकाल में उनके खिलाफ दर्ज हुए थे। इस सूची में संगीत सोम का नाम भी है। उनके खिलाफ सरकारी कार्य में बाधा, सरकारी आदेश (धारा 144) की अवज्ञा, जाम लगाना, बवाल करना, शहर में दहशत फैलाना, आईटी एक्ट तथा लोक प्रतिनिधित्व अधिनियिम की धाराओं में दर्ज मामले शामिल हैं।
यह भी पढ़ेंः पौधारोपण का रिकार्ड बनाकर विभाग भूल गए अपनी जिम्मेदारी, तीन दिन बाद ही पौधों की ये स्थिति, देखें वीडियो इन थानों से मांगी गई रिपोर्ट भाजपा विधायक संगीत सोम के खिलाफ मुजफ्फरनगर के खतौली, कोतवाली, सिखेड़ा, मेरठ के सरधना, सहारनपुर के देवबंद और गौतमबुद्धनगर के थाना बिसाहड़ा में मुकदमा दर्ज हैं। प्रदेश शासन के विशेष सचिव राम बिलास सिंह ने संबंधित जनपदों से रिपोर्ट मांगी है। संबंधित थाने, एसएसपी, अभियोजन और जिला प्रशासन इसे तैयार करने में जुटे हैं। शासन ने सभी मामलों में अपराध की धाराएं, न्यायालय का नाम, वाद के तथ्य, वादी की चोटों का विवरण, विवेचना के दौरान बरामदगी, न्यायालय में मुकदमे की वर्तमान स्थिति, क्रास केस की स्थिति पूछी है। साथ ही केस डायरी में उपलब्ध साक्ष्यों का परीक्षण अभियोजन अधिकारी से करा अभियोजन की सफलता और दुर्बलता का पूर्ण विवरण स्पष्ट रूप से उपलब्ध कराने को कहा गया है। शासन ने जल्द से जल्द सभी संबंधित थानों और जिलों से रिपोर्ट उपलब्ध कराने को कहा है। इस बारे में जब संगीत सोम से बात की गई तो उनका कहना था कि यह सब शासन स्तर से हो रहा है। उन्हें इसकी कोई जानकारी नहीं है।