यह भी पढ़ेंः मेरठ में संक्रमितों की सबसे बड़ी कोरोना चेन मिली, इसके बाद इतनी बढ़ा दी गई सख्ती जिला विद्यालय निरीक्षक गिरिजेश चौधरी ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि सोमवार की शाम को शासन ने वीडियो कांफ्रेंसिंग से सभी जनपदों की जानकारी ली। इसके बाद अगले आदेश तक मूल्यांकन कार्य स्थगित करने का निर्णय लिया गया। उन्होंने बताया कि इससे पहले हाईस्कूल और इंटरमीडिएट परीक्षाओं का मूल्यांकन कार्य पांच से 25 मई तक कराए जाने का निर्णय था। उन्होंने बताया कि मूल्यांकन कार्य अब नहीं होगा। शासन ने शिक्षकों की सुरक्षा के मद्देनजर अगले आदेश तक स्थगित कर दिया है। वहीं, मूल्यांकन कार्य को लेकर माध्यमिक वित्तविहीन शिक्षक महासभा पहले से ही मूल्यांकन कार्य शुरू कराए जाने का विरोध कर रही थी।
यह भी पढ़ेंः मेहमानों को कोरोना संक्रमण से बचाने केे लिए ग्रामीणों ने अपनाया ये तरीका, सोशल डिस्टेंस का रख रहे ख्याल मेरठ के पांच केंद्रों पर करीब छह लाख कॉपियों के मूल्यांकन का कार्य मंगलवार से शुरू होना था। कुछ छह लाख से ज्यादा कॉपियों में से अभी तक 53 हजार कॉपियों जांची जा चुकी हैं। ऐसे में मेरठ में मूल्यांकन कार्य अगले आदेश तक स्थगित किए जाने से यूपी बोर्ड के रिजल्ट में देरी होगी। जिला विद्यालय निरीक्षक ने बताया कि अगले आदेश तक मूल्यांकन कार्य स्थगित होने के कारण अभी यह नहीं कहा जा सकता कि रिजल्ट कब तक आएगा। अगला आदेश आने के बाद मूल्यांकन शुरू कराया जाएगा।