मेरठ के जोन ए में यह तेरह दुकानें बनाई गई थी। करोड़ों की लागत से बनाई गई दुकाने अब मलबे के ढेर में तब्दील हो गई हैं। इसके अलावा मेरठ के अलग-अलग जोन में ध्वस्तीकरण अभियान को चलाया जा रहा है ।कमिश्नर मेरठ सुरेंद्र सिंह की पहल पर मेरठ विकास प्राधिकरण को सशक्त किया गया है। अब तक प्राधिकरण में एक बुलडोजर काम करता था। जो अवैध निर्माणों को ध्वस्त करने में ना काफी नजर आता था। कमिश्नर की पहल पर 16 बुलडोजर मेरठ विकास प्राधिकरण को दिए गए। जिसके तहत अलग-अलग जोनों में अभियान चलाया जा रहा है।
यह भी पढ़े : Teenager murder in Meerut : किशोरी की हत्या कर शव के पास बैठा रहा सिरफिरा प्रेमी को दीवार तोड़कर बाहर निकाला कमिश्नर की माने तो लोगों की गाढ़ी कमाई को अवैध निर्माण में तब्दील करने वालों पर बड़ी कार्रवाई सुनिश्चित की जा रही है। इसके अलावा लोगों को भी सलाह दी गई है कि एमडीए अप्रूव्ड कॉलोनी में ही निवेश करें। ताकि शहर का सुनियोजित विकास हो सके। वही अवैध निर्माण में प्राधिकरण के अधिकारियों और कर्मचारियों पर भी विभागीय कार्रवाई की तैयारी की जा रही है और ग्राउंड जीरो पर प्राधिकरण के ध्वस्तीकरण अभियान का जायजा लिया।