यह भी पढ़ेंः UP budget 2018: निराश सर्राफा कारोबारियों ने कहा- व्यापारियों की उन्नति नहीं चाहती योगी सरकार यह भी पढ़ेंः सीएम योगी की परीक्षा में भी पिछड़ गया एनसीआर का ये Hi-tech शहर भागने की फिराक में थे थानाध्यक्ष सरूरपुर धर्मेद्र के अनुसार उन्हें सुबह छह बजे सूचना मिली कि सावित्री के दोनों हत्यारोपी आसपास के इलाके में छिपे हुए हैं। दोनों अभियुक्त क्षेत्र से भागने की फिराक में है। उन्होंने थाना पुलिस के साथ सुबह छह बजे सरूरपुर के हर्रा मोड़ के पास दो लोगों को खड़े देखा। पुलिस को देख इन दोनों ने भागने का प्रयास किया तो पुलिस ने घेराबंदी कर इनको पकड़ लिया। पकड़े गए लोगों से पूछताछ में इन्होंने अपना नाम अशोक व संजय निवासी रजापुर थाना सरूरपुर बताया।
हत्या के बाद नहीं मिले पूरे पैसे पुलिस की पूछताछ में दाेनों ने बताया कि सावित्री की हत्या का सौदा जेल में बंद हत्यारोपी सुमित जाट ने किया था। सावित्री की हत्या का सौदा दो लाख में हुआ था। तय हुआ कि हत्या के बाद दोनों को तय रकम मिल जाएगी, लेकिन सावित्री की मौके पर मौत नहीं होने से सुमित जाट ने गोली बरसाने वालाें को एक पैसा नहीं दिया। पुलिस ने दोनों हत्यारोपियों को कोर्ट में पेश किया। जहां से दोनों को जेल भेज दिया गया।