बड़ी खबरः UP में अब मंत्री, नेता और सरकारी अफसर प्राइवेट अस्पतालों में नहीं करा सकेंगे इलाज !
यहां विदित है कि भड़ल गांव में चर्मशोधन इकाइयों को गांव से बाहर करने के लिए गांव के कुछ ग्रामीणों ने करीब डेढ़ महीना तक धरना दिया। दो दिन पहले ही एडीएम व एसडीएम ने उनके पास पहुंच कर उनकी समस्या के समाधान का आश्वासन दिया था। वहीं चर्म शोधन इकाइयों के संचालक अपने परिवार समेत धरना दे रहे हैं। उनका तर्क है कि वह गांव से बाहर चले जाएंगे, लेकिन उन्हें समुचित जगह और सुविधा दी जाए। अधिकारियों ने उनकी मांग को नाजायज बताया। अधिकारियों ने बताया कि उनके लिए गांव के बाहर जंगल में जगह दे रखी है। उनके लिए जगह की चारदीवारी व सब मर्सिबल भी करके दे रखा है। लेकिन वह यहां आना ही नहीं चाहते हैं। वहीं, धरनारत ग्रामीणों ने बताया कि उनके लिए यह जगह कम है और जंगल में इनके लिए सुरक्षा के इतंजाम भी नहीं है। उन्होंने बताया कि जब तक उन्हें अधिक जमीन नहीं मिलेगी, तब तक वह धरना देंगे। वहीं, ईकाईयों को बंद करने की मांग को लेकर भी गांव के लोग 24 दिन से धरने पर बैठे हैं। उनका कहना है कि ईकायों से गावं का पानी दुषित हो रहा है और बिमारी फैल रही है। इसलिए उनको बाहर किया जाना जरूरी हैं।इन लोगों का कहना है कि जब तक इकाईयों को बांद नहीं किया जाएगा, उनका धरना जारी रहेगा। एसडीएम आशीष कुमार का कहना है कि दोनों पक्षों को समझाने का प्रयास किया गया है लेकिन कोई भी पक्ष मानने के लिए तैयार नहीं है। कानूनी रूप से मामले को देखा जा रहा है। जल्द ही समाधान कर दिया जाएगा।