यह भी पढ़ें- ठंडी हवाओं और बौछारों से जनता के चेहरे खुशी से खिले, पर मौसम विभाग का तेज बारिश और ओलावृष्टि का अलर्ट गुरुवार को भी कई हिस्सों में हल्की बूंदाबांदी से तापमान में काफी अंतर आया है। होली के आसपास 14 डिग्री का तापमान सेहत के लिए भी हानिकारक है। आलम यह रहा कि गुरुवार को मेरठ की सुबह पश्चिमी उत्तर प्रदेश में सबसे ठंडी रही। इस सप्ताह के आखिर तक न्यूनतम तापमान में यह गिरावट एक अंक में और चले जाने के आसार हैं। मौसम विभाग का अनुमान है कि बीते सालों में मार्च के ये दिन सर्वाधिक ठंडे साबित हो रहे हैं। अगर न्यूनतम तापमान इसी तरह गिरता रहा तो एक दो दिन में और तेज ठंडी हवा चलने की संभावना है।
मौसम विभाग के मुताबिक, मेरठ का न्यूनतम तापमान सामान्य से 3 डिग्री कम 14 डिग्री सेल्सियस रहा। मालूम हो कि गत सोमवार को न्यूनतम तापमान 17.8 और मंगलवार को 18.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ था। यानी मार्च के इन अंतिम दिनों में हर रोज ही मौसम नया रिकॉर्ड बना रहा है। पहले जो ठंड फरवरी में पड़ा करती थी, वैसी ठंड इस साल मार्च के इन अंतिम दिनों में महसूस हो रही है, जिसने पिछले 58 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है।
मेरठ मोदीपुरम स्थित कृषि विवि के मौसम वैज्ञानिक डॉ. एन सुभाष ने बताया कि इतना कम तापमान जाने और मौसम में परिवर्तन की मुख्य वजह इन दिनों पश्चिमी विक्षोभ का बनना है। बादल बिल्कुल नहीं हैं।