इस बीच ग्रामीणों के आ जाने से बदमाशों को बिना लूट किए ही भागने के लिए मजबूर होना पड़ा। ग्रामीणों ने बदमाशों की तलाश में कांबिंग की लेकिन उनका कोई सुराग नहीं लगा। सूचना मिलने पर पुलिस भी मौके पर पहुंची ने बदमाशों की तलाश की, लेकिन सफलता हाथ नहीं लगी।
दरअसल, गांव पूठड में सेवानिवृत शिक्षक धर्मपाल अपनी पत्नी शारदा के साथ सराय रोड स्थित अपने मकान में रहता है। मंगलवार की रात्रि करीब 12.30 बजे सशस्त्र बदमाश दीवार फांदकर लूट के इरादे से उनके मकान में घुस गए। इस बीच बरामदे में सो रहे शिक्षक की नींद टूट गई। जैसे ही उसने चारपाई से उठने का प्रयास किया तीन बदमाशों ने उसे पकड़ लिया और उनकी पत्नी को गन पवाइंट पर लेते हुए उनसे कमरे की चाबी मांगी और विरोध करने पर गोली मारने की धमकी दी।
शिक्षक साहस का परिचय देते हुए बदमाशों से भिड़ गया और हाथों पर चाकूओं के कई वार होने के बाद भी उसने बदमाशों का डटकर मुकाबला किया। शिक्षक की आवाज सुनकर आसपास के लोग भी जाग गए और वह शोर मचाते हुए शिक्षक के मकान की तरफ दौड़ पड़े। ग्रामीणों की आवाज सुनकर बदमाश मकान के पीछे की दीवार फांदकर बिना लूट किए ही भाग निकले। बदमाशों की तलाश में ग्रामीणों ने जंगल में कांबिंग की लेकिन बदमाशों का कोई सुराग नहीं लगा।
सूचना मिलने पर थानाध्यक्ष हरेराम यादव मय फोर्स के मौके पर पहुंचे और जगंल में बदमाशों की तलाश शुरू की लेकिन बदमाशों का कोई सुराग नहीं लगा। थानाध्यक्ष का कहना है कि बदमाशों की पहचान की जा रही है और उन्हें शीघ्र गिरफ्तार कर लिया जाएगा।