मेरठ की शिखा शर्मा के पिता शंकरदत्त शर्मा उर्फ गोपाल चाय बेचते हैं। वो टीपी नगर क्षेत्र के मलियाना के चंद्रलोक कॉलोनी में रहते हैं। उनकी 30 वर्षीय बेटी शिखा शर्मा ने सातवें प्रयास में पीसीएस परीक्षा पास की।
यह भी पढ़ें
मेरठ LLRM के MBBS छात्रों ने नुक्कड नाटक से दिया ‘स्वास्थ्य सबके लिए का संदेश’, देखें वीडियो
पिछले सात सालों से लगातार पीसीएस की परीक्षा देते हुए भी उसने हौसले का साथ नहीं छोड़ा। मेहनत और धैर्य के दम पर परिणाम उनके पक्ष में आया, जिससे परिवार में जश्न का माहौल है। शिखा शर्मा ने यूपी बोर्ड से संबद्ध महावीर शिक्षा सदन से हाईस्कूल व सेठ बीके माहेश्वरी से इंटरमीडिएट की पढ़ाई की। जिसके बाद 2013 में डीएन डिग्री कॉलेज से बीएससी और 2015 में मेरठ कॉलेज से मॉर्डन हिस्ट्री से एमए की पढ़ाई पूर्ण की। इसके बाद से वो पीसीएस की परीक्षा में बैठ रहीं थीं, पिछली परीक्षा में एक नंबर से रह गई। एक बार इंटरव्यू पास नहीं हो पाईं। लेकिन उनके हौसलों के आगे मुश्किलों ने हार मान ली और उन्होंने संघर्ष के बावजूद पीसीएस की परीक्षा पास कर ली। उन्होंने लोक प्रशासन विषय से परीक्षा पास की है, उन्हें जिला दिव्यांगजन कल्याण सशक्तिकरण अधिकारी का पद मिला है।
बेटियों की उड़ान को हौसला दो
शिखा शर्मा ने बताया कि मम्मी पुष्पा शर्मा और पापा शंकरदत्त शर्मा व परिवार के लोगों ने कभी हौसला टूटने नहीं दिया। परीक्षा परिणाम से निराशा मिली तो मैंने पढ़ाई छोड़ने का मन बनाया। लेकिन परिवार के लोगों ने मुझे पढ़ाई न छोड़ने का हौसला दिया। जिससे मुझे आगे बढ़ने की हिम्मत मिली। सभी को यही कहूंगी कि बेटियों को उड़ने दो और आगे बढ़ने दो, वो अपनी मंजिल खुद ढूंढ लेंगी।
बेटियों की उड़ान को हौसला दो
शिखा शर्मा ने बताया कि मम्मी पुष्पा शर्मा और पापा शंकरदत्त शर्मा व परिवार के लोगों ने कभी हौसला टूटने नहीं दिया। परीक्षा परिणाम से निराशा मिली तो मैंने पढ़ाई छोड़ने का मन बनाया। लेकिन परिवार के लोगों ने मुझे पढ़ाई न छोड़ने का हौसला दिया। जिससे मुझे आगे बढ़ने की हिम्मत मिली। सभी को यही कहूंगी कि बेटियों को उड़ने दो और आगे बढ़ने दो, वो अपनी मंजिल खुद ढूंढ लेंगी।