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इन लोगों का आरोप था मेडिकल में दवाइयां नहीं मिल रही हैं। उन्हें दवाई बाहर से लेनी पड़ रही है। साथ ही कहा कि पीपीई किट खुद बाहर से ही लानी पड़ रही है। उन्होंने मेडिकल कॉलेज की हालत देखकर कड़ी नाराजगी जताई। उन्होंने कार्रवाई का भरोसा दिया। बिना रुपये दिए यहां नहीं होता कोई काम:— मंत्री सुरेश खन्ना के सामने ही तिमारदारों ने मेडिकल कालेज प्रशासन और चिकित्सकों पर गंभीर आरोप लगाए। तिमारदारों का कहना था कि बिना पैसा दिए यहां पर कोई काम नहीं होता। मंत्री के सामने यह आरोप लग रहे थे और मेडिकल कालेज के प्राचार्य और डीएम अनिल ढींगरा चुपचाप खड़े होकर सुन रहे थे। मंत्री सुरेश खन्ना के आगे तिमारदारों ने मेडिकल कालेज की बदहाल व्यवस्था की पूरी पोल खोलकर रख दी। मंत्री चुपचाप खड़े होकर लोगों की बातें सुनते रहे। इसके बाद उन्होंने समाधान का आश्वासन दिया।
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