यह भी पढ़ेंः मेरठ में मुकदमे की पैरवी करने वालों को धमकियां मिलने का एक आैर मामला आया सामने यह भी पढ़ेंः गोवंश को पकड़ने का तस्कारों का यह तरीका जानकर हैरान हो जाएंगे आप कैंट के बंगलों में हिस्टीशीटरों को मिलती है पनाह मेरठ के कैंट क्षेत्र के अधिकांश बंगलों में सिविलियंस ने कब्जा कर रखा है। इन कब्जेदारों में रसूख और सफेद कुर्ताधारी लोग शामिल हैं। सूत्रों की मानें तो इन्हीं बंगलाें में जरायम पेशे से जुड़े लोगों को संरक्षण भी मिलता है। कई कुख्यात अपराधी यहां पर शरण पा चुके हैं। कैंट क्षेत्र में ही मेरठ के कुख्यात भोपाल सिंह की कोठी थी। उसके यहां भी नामी इनामी बदमाश पनाह पाते थे। एसएसपी राजेश पांडे का कहना है कि सुनील राठी को फतेहगढ़ सेंट्रल जेल ले जाया जा रहा था तो मेरठ पुलिस से सुरक्षा मांगी गई थी। इसके लिए दौराला की सीमा से ही एक वज्र वाहन बुलेटप्रूफ जैकेट से लैस पुलिसकर्मियों के साथ भेज दिया गया था। इसके बाद गाड़ी को कहां रोका गया, क्या हुआ कोई जानकारी नहीं है।
यह भी पढ़ेंः पत्नी की हत्या के बाद उसके अपहरण की बात कहने वाले पति का जब राज खुला तो पुलिस भी रह गर्इ दंग सुनील राठी को अहम बात करनी थी सवाल यह है कि यह हिस्ट्रीशीटर सुनील राठी को बैग में क्या देना चाहता था? कहीं ऐसा तो नहीं बैग में मौत का सामान हो। सूत्रों का यह भी कहना है कि कैंट क्षेत्र की एक दुकान से कुछ सामान भी खरीदा गया है। इसी हिस्ट्रीशीटर से सुनील राठी को अहम बात करनी थी, जिसमें सुनील राठी वेस्ट में अपने गैंग की कमान उसे देना चाहता था। दो मिनट की मुलाकात में सारा खेल हो जाता, लेकिन हिस्ट्रीशीटर समय से नहीं पहुंच सका।