छात्रों ने कहा कि तेल माफियाओं का जाल पूरे मेरठ में फैला हुआ है। कोई पेट्रोल पंप ऐसा नहीं है, जहां पर तेल में मिलावट न हो रही हो। जिले में लोगों के वाहन इसी मिलावटी पेट्रोल से खराब हो रहे हैं। तेल में मिलावट के कारण किसानों के टैक्टर और दूसरी मशीनरी भी खराब हो चुकी हैं। इसकी शिकायत के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई। इस बार तेल माफियाओं पर प्रशासन ने जो शिकंजा कसा है। उससे तेल माफियाओं में दहशत का माहौल है। वे अपने बचाव के लिए कुछ भी कर सकते हैं। छात्रों ने आरोप लगाया कि व्यापार संघ के पदाधिकारी तेल माफियाओं के बचाव में उतर आए हैं, जो कि सरासर गलत है। तेल माफिया को बचाकर व्यापार संघ के पदाधिकारी उनका ही पक्ष ले रहे हैं।
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छात्रों ने व्यापार संघ के पदाधिकारियों को चेतावनी दी कि अगर वे तेल माफिया के समर्थन में आए तो छात्र सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन करेंगा और तेल माफिया के विरोध में धरना-प्रदर्शन कर इसका विरोध किया जाएगा। छात्रों का कहना था कि यह मामला बहुत गंभीर है। पूरे जिले में तेल माफियाओं ने आतंक मचा रखा है। छात्रों का आरोप था कि नियम विरूद्ध इन लोगों ने जमीन के भीतर टैंक बना लिए हैं।