यह भी पढ़ेंः Weather Alert: अगले 7 दिन बादलों और बौछारों के, फिर मिलेगी ठंड से राहत ट्रांसपोर्टरों के उग्र विरोध को देखते हुए टोलकर्मी (Toll Workers) भाग खड़े हुए। टोल के खिलाफ ट्रांसपोर्टरों ने सांसद राजेन्द्र अग्रवाल (Rajendra Agerwal) और कैंट विधायक सत्यप्रकाश अग्रवाल (Satyaprakash Agarwal) से बात की थी। दोनों ने मंगलवार को विरोध प्रदर्शन करने की बात कही थी, लेकिन ट्रांसपोर्टरों के दबाव के बाद सोमवार की रात में ही दस बजे दिल्ली रोड टोल पर जाम (Jam) लगा दिया गया।
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इस दौरान करीब 50 ट्रक एक साथ टोल पर पहुंचे और उन्होंने टोल कर्मचारियों से वसूल का विरोध किया। ट्रांसपोर्टरों के तेवर देखकर टोल कर्मचारी भाग गए। देर रात तक ट्रांसपोर्टर और थ्री व्हीलर्स एसोसिएशन से जुड़े पदाधिकारियों ने जमकर हंगामा किया। हंगामे की सूचना पर कई थानों का फोर्स और एसीएम सुनीता सिंह पहुंच गई। उन्होंने कैंट बोर्ड के अधिकारियों से बात कर बताया कि मंगलवार को इस संबंध में बैठक रखी गई है। जिसमें टोल को लेकर कोई निर्णय लिया जाएगा। यह भी पढ़ेंः Meerut: अनुभव ने एशियन आइस स्केटिंग में जीता गोल्ड, लौटने पर जोरदार स्वागत, देखें वीडियो प्रदर्शन करने वालों में गौरव शर्मा और विपुल सिंघल के साथ ही अन्य पदाधिकारी शामिल थे। विपुल सिंघल ने बताया कि ये टोल अवैध है। कैंट बोर्ड अपने इलाके में टोल लगाए। ये इलाका महानगर में आता है। शहर के भीतर टोल लगाने से व्यवसायिक वाहनों पर भार पड़ रहा है। इससे आम लोगों पर भी असर पड़ रहा है। इसे अगर नहीं हटाया गया तो बड़ा आंदोलन होगा।