यह भी पढ़ेंः दांत में दर्द आैर पस पड़ने के बावजूद भीम आर्मी प्रमुख ने कुछ कहा एेसा, कार्यकर्ताआें में भर गया जोश एसटीएफ ने भेजी गोपनीय रिपोर्ट अब तक की हुई जांच में एसटीएफ ने शासन को गुप्त रिपोर्ट भेजी है। शासन को भेजी रिपोर्ट में विश्वविद्यालय मेरठ के अधिकारियों की भूमिका पर भी सवाल उठाए गए हैं। सूत्रों के मुताबिक भेजी गई रिपोर्ट में चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के पांच अधिकारियों के नाम शामिल हैं। एसटीएफ का मानना है कि कापियों के बदलने की जानकारी इन अधिकारियों को काफी पहले से थी। इन अधिकारियों के संरक्षण में यह सब काम चल रहा था।
यह भी पढ़ेंः मौत की सेल्फी बनी मिस्ट्री, दोस्तों के खिलाफ पिता ने लगाए ये आरोप एसटीएफ पर डाला जा रहा दबाव एसटीएफ जिस पेपर आउट मामले में काम कर रही थी उससे खुद जांच भटक गई और एसटीएफ के हाथ नया स्कैंडल लग गया परीक्षा में उत्तर पुस्तिका बदलने का। जबकि पेपर आउट मामला काफी बड़ा था और उसमें भी कई सफेदपोश के शामिल होने की बात सामने आई थी, लेकिन उत्तर पुस्तिका बदलने के मामले में फंसे विवि के अधिकारी अब सत्ताधारी विधायक के जरिए अपने पूर्व के संबंधों का हवाला देकर मामले को दबाने का प्रयास कर रहे हैं।
यह भी पढ़ेंः हाथ-पैर बंधे आैर गले में फंदा लगा बच्चे का शव यहां मिला, तो मच गया काेहराम मामले की गूंज राजभवन तक चौधरी चरण सिंह विवि में उत्तर पुस्तिका बदले जाने की गूंज लखनऊ राजभवन तक सुनाई दे रही है। मामले में राजभवन ने भी संज्ञान लिया और वीसी से इसकी रिपोर्ट तलब की है। वीसी प्रो. एनके तनेजा अपने स्तर से रिपोर्ट तैयार कर राजभवन भेजने की तैयारी कर रहे हैं।
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