आरोपी सत्यपाल सिंह यादव कर्नल डीएस चौहान के नाम की नेम प्लेट लगाकर युवाओं से भर्ती के नाम पर ठगी करता था। आरोपी के पास से फर्जी ज्वाइनिंग लेटर, स्टांप, प्रिंटर, कर्नल की वर्दी और एक फर्जी पहचान पत्र बरामद हुआ है। फजी कर्नल कई राज्यों के युवाओं से करोड़ों रुपए की ठगी सेना में भर्ती के नाम पर कर चुका है। आरोपी के खिलाफ गंगानगर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। एसटीएफ एसपी बृजेश सिंह ने बताया कि गंगानगर के कसेरूबक्सर का रहने वाला सत्यपाल सिंह यादव सेना में चालक पद से रिटायर हुआ है। वह पुणे में तैनात कर्नल डीएस चौहान की कार का ड्राइवर था। रिटायरमेंट के बाद सत्यपाल सिंह ने कर्नल डीएस चौहान के नेम प्लेट बनवाई। कर्नल की वर्दी पहनकर एक फर्जी फोटो आईडी बना ली।
इसके बाद उसने सेना में भर्ती होने की तैयारी कर रहे युवाओं को ठगना शुरू कर दिया। फर्जी कर्नल डीएस चौहान बताकर अपनी पोस्टिंग पुणे में बताता था। इतना ही नहीं आरोपी ने बहुत से युवाओं से सेना में भर्ती के नाम पर ठगी करते हुए मोटी रकम लेकर फर्जी नियुक्ति पत्र दे दिए थे। पिछले सात साल में उसने बहुत से युवाओं से ठगी करके करोड़ों रुपए की रकम हड़प ली थी। शिकायत पर एसटीएफ और मिलिट्री इंटेलीजेंस सत्यपाल सिंह के पीछे लगी थी।
सोमवार को साक्ष्य मिलने के बाद आरोपी की गिरफ्तार की गई है। सत्यपाल सिंह के घर से बैंकों की चेकबुक मिली हैं। कर्नल डीएस चौहान नाम का फर्जी परिचय पत्र बरामद हुआ है।
सोमवार को साक्ष्य मिलने के बाद आरोपी की गिरफ्तार की गई है। सत्यपाल सिंह के घर से बैंकों की चेकबुक मिली हैं। कर्नल डीएस चौहान नाम का फर्जी परिचय पत्र बरामद हुआ है।
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