यह भी पढ़ें- बिहार में करारी हार से आहत दिग्गज कांग्रेसी ने की पूर्णकालीन अध्यक्ष समेत अन्य पदों पर चुनाव की मांग अमित जानी ने अपने संबोधन में कहा कि वे जीवन भर देश प्रदेश में राजनीतिक संघर्ष करते रहे, लेकिन इस भागदौड़ में मेरठ कहीं पीछे छूट गया था। उन्होंने इस बार जन्मदिन का कार्यक्रम सिर्फ मेरठ के रखा और वे इसमें शामिल होने के लिए आये हैं। उन्होंने कहा कि ये उनकी जन्मभूमि है। उनकी अपनी माटी है अब वे यही से चुनाव लड़ेगे और अधिक समय यही सक्रिय रहेंगे।
अमित जानी ने सिवालखास विधानसभा क्षेत्र से शिवपाल सिंह यादव की तरफ से हरी झंडी मिलने का दावा करते हुए कहा कि सपा-प्रसपा-रालोद गठबंधन हुआ तो सिवालखास सहित समूचे वेस्ट यूपी में भाजपा को 5-10 सीट से अधिक सीट नही मिलेंगी। जन्मदिन के बहाने सिवालखास विधानसभा क्षेत्र के लोगों के साथ अमित जानी ने आगामी 21 दिसबंर को जानी कस्बे में होने वाली किसान महारैली को सफल बनाने की भी रणनीतिक चर्चा की। इस मौके पे अंकित प्रधान, मोहित पाल, नवदीप गोलिया, वाहिद चौहान, कुक्कू चौधरी, कृष्णपाल चपराना, शेखर चौहान, शशांक त्यागी, गुरमीत साहनी , तबरेज अहमद सहित सैकड़ों पार्टी कार्यकर्ता मौजूद रहे।