उन्होंने कहा कि योगी सरकार ने इस मामले में पूरी सजगता से काम किया। उन्होंने सरकार और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सराहना करते हुए कहा कि बुलंदशहर में माहौल को खराब होने से बचाया गया है। अगर माहौल बिगड़ जाता तो बड़ा हादसा हो सकता था। उन्होंने कहा कि इंस्पेक्टर सुबोध अखलाक मामले की जांच से जुड़े थे। उनकी हत्या के पीछे अखलाक के हत्यारों का हाथ हो सकता है। उन्होंने कहा कि मौजूदा स्थिति से यह साफ है कि आम लोगों का राम मंदिर मसले से कोई सरोकार नहीं है। उन्होंने कहा कि देश के लोग विकास चाहते हैं। मंदिर और मस्जिद लोगों की प्राथमिकता में कहीं नहीं है। आम लोगों की प्राथमिकता रोजगार है। अयोध्या में हुई धर्मसभा में जुटी भीड़ इस बात की गवाह है। इसमें 20 से 25 लाख लोगों की मौजूदगी का दावा किया गया था, लेकिन बमुश्किल 25-30 हजार लोग इकट्ठा हुए।
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इस भाजपा सांसद ने थानेदारों पर लगाया गोकशी कराने का आरोप तो पुलिस अफसरों में मच गया हड़कंप दिल्ली की सभा में नहीं था कोई बड़ा संत उन्होंने कहा कि दिल्ली में हुई धर्मसभा में भी भाजपा का कोई बड़ा नेता और कोई बड़ा संत भाग नहीं ले रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी स्पष्ट कहा है कि राम मंदिर के मुद्दे पर सरकार कानून का पालन करेगी। शिया धर्मगुरु ने कहा कि इस बात के भी संकेत मिल रहे हैं कि इस तरह के आयोजन के पीछे भाजपा विरोधी ताकतें काम कर रही हैं, जो सरकार को मुश्किल में डालना चाहती हैं। जिससे कि लोगों में भाजपा सरकार के खिलाफ माहौल बन सके।