मुन्ना बजरंगी हत्याकांड में सीमा सिंह ने पुलिस को दिया चौंकाने वाला बयान उल्लेखनीय है कि मुन्ना बजरंगी हत्याकांड के मामले में खेकड़ा पुलिस जांच कर रही है। बागपत आने से इनकार के बाद विवेचक एसपी सिंह ने लखनऊ पहुंचकर मुन्ना बजरंगी की पत्नी सीमा सिंह के बयान दर्ज किए हैं। सूत्रों के अनुसार सीमा सिंह ने अपने बयान में कहा है कि यह हत्या प्रशासनिक और राजनीतिक गठजोड़ के चलते हुई है। इसमें सुनील राठी का एक मोहरे के तौर पर इस्तेमाल किया गया है। पूर्व सांसद धनंजय सिंह, रिटायर्ड सीओ के बेटे प्रदीप सिंह समेत कई बड़े लोगों ने शासन-प्रशासन के साथ मिलकर इस पूरी साजिश को रचा है। सीमा सिंह ने अपने बयान में कहा है कि 16 जुलाई 2018 को अपने पति को न्याय दिलाने के लिए उनका बयान पटियाला हाउस कोर्ट में दर्ज होना था। राजनीतिक और अपराधिक विरोधियों को लग रहा था कि मेरे पति बरी हो जाएंगे, लेकिन उससे पहले ही साजिश रचकर उनकी हत्या करा दी गई।
जेल के इन अधिकारियों ने दिया सुनील राठी का साथ, मुन्ना बजरंगी हत्याकांड में निभाया अहम किरदार गौरतलब है कि 9 जुलाई 2018 को बागपत जेल में माफिया डॉन मुन्ना बजरंगी की गोलियों से भूनकर हत्या कर दी गई थी, जिससे शासन-प्रशासन में हड़कंप मच गया था। जेल में बंद कुख्यात सुनील राठी पर बजरंगी की हत्या का आरोप लगा था। इस मामले में तत्कालीन डिप्टी जेलर की ओर से खेकड़ा थाने में सुनील राठी को नामजद करते हुए मुन्ना बजरंगी की हत्या का मुकदमा दर्ज कराया गया था। 9 जुलाई को ही बजरंगी की पत्नी सीमा सिंह ने भी थाने में अलग से प्रार्थनापत्र देकर पूर्व सांसद समेत कई लोगों पर हत्या की साजिश रचने का आरोप लगाते हुए इसे विवेचना में शामिल करने की मांग की थी, जिसे स्वीकार कर लिया गया था। इस मामले में जहां जेलर व डिप्टी जेलर समेत तीन को सस्पेंड कर दिया गया था। वहीं जेल में बंद दर्जनों बदमाशों से पुलिस अब तक पूछताछ कर चुकी है। हालांकि इस मामले में डीआईजी जेल आगरा भी पूछताछ कर चुके हैं। जेल में सुरक्षा और खामियों की सूचना भी शासन को भेजी जा चुकी है। सुरक्षा को देखते हुए सुनील राठी इस समय फतेहगढ़ जेल में बंद है और एक दर्जन कैदियों को भी यहां से दूसरी जेलों में भेजा जा चुका है।