यह भी पढ़ेंः Sawan Somvar Vrat 2019: इस व्रत को करने से मिलता है भोलेनाथ का आशीर्वाद, ये है पूजा-विधि आैघड़नाथ मंदिर में पूजा-अर्चना मेरठ के एेतिहासिक मंदिर (Augharnath Mandir Meerut) में रावण की पत्नी मंदोदरी भी पूजा करने आती थी। वही देश की आजादी की प्रथम क्रांति का आगाज इसी मंदिर से हुआ था, इसलिए इसे काली पलटन (Kali Paltan Mandir) भी कहा जाता है। कहा जाता है कि भगवान औघड़नाथ के मंदिर में जो भी आता है बस दर्शन मात्र से ही भक्तों के सभी कष्ट दूर हो जाते हैं। यही वजह है कि यहां बाबा के दर्शन करने लोग बहुत दूर दूर से आते हैं। बाबा के दर्शन के लिए लगी लंबी लाइनें लगातार बढ़ रही हैं। भक्तों के आने का सिलसिला लगातार जारी है। सावन शिवरात्रि (Sawan Shivratri) पर करीब आठ से दस लाख कावड़िए इसी मंदिर में भगवन भोले शंकर का जलाभिषेक करेंगे।
यह भी पढ़ेंः भीम आर्मी ने धारा 144 के दौरान किया ये काम, फिर भाजपा सरकार पर लगाए आरोप, देखें वीडियो सुरक्षा के कड़े इंतजाम सावन के पहले सोमवार पर आैघड़नाथ मंदिर में हजारों श्रद्धालुआें के आने के कारण पुलिस आैर प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं। शहर के इस प्रमुख मंदिर में सुबह चार बजे से श्रद्धालुआें की लाइनें लगने के बाद दोपहर तक यही स्थिति रही। भगवान शिव को जलाभिषेक का सिलसिला रात बारह बजे तक चलेगा। इसको देखते हुए कड़ी सुरक्षा की गर्इ है। सावन शिवरात्रि पर जलाभिषेक होने तक यहां कड़ी व्यवस्था रहेगी।