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जिला कार्यालय पर आयोजित हुई बैठक में जिलाध्यक्ष चौधरी राजपाल सिंह ने कहा कि मतदाता सूची के लिए गहन पुनरीक्षण अभियान चलेगा। साथ ही 19 से 29 जून तक मतदाताओं को आने वाली परेशानियों से संबंधित सुझाव मांगे जाएंगे। चार जुलाई को जिला निर्वाचन कार्यालय इन सभी समस्याओं का निस्तारण करेगा। मेरठ जिले में कुल 2701 बूथ हैं। पार्टी प्रत्येक बूथ पर अपने एजेंट बनाएगी तथा सातों विधानसभा क्षेत्रों को सेक्टरों में बांटा जाएगा। इनके प्रभारी भी नियुक्त किए जाएंगे।
जिला कार्यालय पर आयोजित हुई बैठक में जिलाध्यक्ष चौधरी राजपाल सिंह ने कहा कि मतदाता सूची के लिए गहन पुनरीक्षण अभियान चलेगा। साथ ही 19 से 29 जून तक मतदाताओं को आने वाली परेशानियों से संबंधित सुझाव मांगे जाएंगे। चार जुलाई को जिला निर्वाचन कार्यालय इन सभी समस्याओं का निस्तारण करेगा। मेरठ जिले में कुल 2701 बूथ हैं। पार्टी प्रत्येक बूथ पर अपने एजेंट बनाएगी तथा सातों विधानसभा क्षेत्रों को सेक्टरों में बांटा जाएगा। इनके प्रभारी भी नियुक्त किए जाएंगे।
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नाराज होकर इस भाजपा नेता ने दे दिया इस्तीफा, लगाए ये आरोप, लखनऊ तक मची खलबलीपार्टी के बीएलए निर्वाचन आयोग की ओर से नियुक्त बूथ लेवल अधिकारियों (बीएलओ) से संपर्क कर पात्र मतदाताओं के नाम मतदाता सूची में शामिल कराएंगे। बैठक में मतदाता सूची मैनेजमेंट सहित 10 सूत्रीय एजेंडे पर गंभीरता पूर्वक काम करने की सहमति बनी। बैठक का संचालन महानगर अध्यक्ष आदिल चौधरी ने किया। इस बैठक में शहर विधायक रफीक अंसारी, पूर्व विधायक प्रभु दयाल वाल्मीकि, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष सीमा प्रधान, विजय सिंह पाल, आदिल सिद्दीकी आदि उपस्थित रहे।
यह भी देखें-ईद पर लड़कों से गले मिलने वाली लड़की की बढ़ी मुश्किलें,मुस्लिम धर्म गुरुओं ने जताई नाराजगी बैठक के दौरान वरिष्ठ नेताओं के संबोधन से पूर्व कुछ कार्यकर्ताओं ने मोबाइल से फोटो खींचना शुरू कर दिया। जिसके लेकर विवाद हो गया। इसी बीच जिलाध्यक्ष व महानगर अध्यक्ष के समर्थक अपने-अपने हिसाब से नेताओं को बुलाकर कुर्सी पर बैठाकर फोटो खींचने लगे। इसी बीच पद व वरिष्ठता को लेकर झगड़ा हो गया। झगड़ा इस बात पर हुआ कि हर किसी को कुर्सी पर बैठाकर उनका फोटो नहीं खींचा जाना चाहिए। यह झगड़ा गाली-गलौज में बदल गया। हालांकि वरिष्ठ नेताओं के दखल के बाद कार्यकर्ता शांत हुए।