गोपाल अग्रवाल 1967 में इमरजेन्सी के दौरान मुलायम सिंह के साथ जेल गए थे। गोपाल अग्रवाल छात्र संघ की राजनीति से ही समाजवादी पार्टी से जुड़ रहे हैं। आज भी बिना कोई दायित्व होने के बाद भी वे मेरठ में समाजवादी पार्टी का झंडा बुलंद किए हुए हैं। उन्होंने कहा कि जहां नेताजी होंगे, हम भी वहीं होंगे। उन्होंने कहा कि बीजेपी को घेरने के लिए सपा महागठबंधन के फॉर्मूले पर काम कर रही है। उन्होंने कहा कि समाजवादी के इस फॉर्मूले से प्रदेश और देश में भाजपा को 2019 के चुनाव में बड़ा नुकसान हो रहा था। इस कारण यह भी साजिश हो सकती है कि भाजपा ने ऐसा कुचक्र रचा हो। उन्होंने कहा कि अब भाजपा इस मुद्दे को तूल देगी। उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी की अपनी पकड़ जनता के बीच है। उसका अपना वोटर है। अपना एक कैडर है। उसके अलावा नेताजी मुलायम सिंह यादव का चेहरा समाजवादी पार्टी है। जहां नेताजी होंगे, वहां हम होंगे।
खांटी समाजवादी नेता गोपाल अग्रवाल ने कहा कि आज पार्टी को पुराने नेताओं की जरूरत है। जो लोग मौकापरस्त हैं, वे ही समाजवादी पार्टी को छोड़कर जा सकते हैं। ऐसे लोगों का कोई समाजवाद नहीं होता। ये लोग मौकापरस्त होते है। उन्होंने कहा कि शिवपाल यादव पहले भी नाराज हुए थे और नेताजी के समझाने के पर वापस आ गए थे। उन्होंने कहा कि उम्मीद है कि वे जल्द ही घर वापस होंगे।