दो घंटे में बेच दी 5000 की झाडू
मेरठ के शास्त्रीनगर सेंट्रल बाजार में सड़क के किनारे झाडू बेचने वाले एक व्यक्ति ने दो घंटे में 5,000 रुपए की झाडू बेच दी। डब्बू नामक इस व्यक्ति ने बताया कि उसको उम्मीद नहीं थी कि लोग इतनी जल्दी उसकी झाडू खरीद लेंगे। उसने बताया कि एक-एक व्यक्ति तीन-तीन झाडू के जोड़ा अपने साथ ले गया।
मेरठ के शास्त्रीनगर सेंट्रल बाजार में सड़क के किनारे झाडू बेचने वाले एक व्यक्ति ने दो घंटे में 5,000 रुपए की झाडू बेच दी। डब्बू नामक इस व्यक्ति ने बताया कि उसको उम्मीद नहीं थी कि लोग इतनी जल्दी उसकी झाडू खरीद लेंगे। उसने बताया कि एक-एक व्यक्ति तीन-तीन झाडू के जोड़ा अपने साथ ले गया।
एक परचून की दुकान में बिक गया दो कुंटल धनिया
सेक्टर दो स्थित मामा किराना स्टोर के मालिक संदीप ने बताया कि धनतेरस के दिन उसकी दुकान से दो कुंतल साबुत धनिया बिक गया। संदीप का कहना है कि इससे पहले इतनी बिक्री धनतेरस वाले दिन धनिया की पिछले सालों में कभी नहीं हुई। लेकिन इस बार साबूत धनिया की बिक्री ने रिकार्ड तोड़ दिया। संदीप का कहना है कि आम तौर पर एक दिन में उसके यहां मुश्किल से 4 से पांच किलो धनिया की बिक्री होती है। धनतेरस पर धनिया की बिक्री देख उसको एक कुंतल् धनिया अलग से मंगाना पड़ा।
सेक्टर दो स्थित मामा किराना स्टोर के मालिक संदीप ने बताया कि धनतेरस के दिन उसकी दुकान से दो कुंतल साबुत धनिया बिक गया। संदीप का कहना है कि इससे पहले इतनी बिक्री धनतेरस वाले दिन धनिया की पिछले सालों में कभी नहीं हुई। लेकिन इस बार साबूत धनिया की बिक्री ने रिकार्ड तोड़ दिया। संदीप का कहना है कि आम तौर पर एक दिन में उसके यहां मुश्किल से 4 से पांच किलो धनिया की बिक्री होती है। धनतेरस पर धनिया की बिक्री देख उसको एक कुंतल् धनिया अलग से मंगाना पड़ा।
नमक की बिक्री ने भी तोड़ा रिकार्ड
धनतेरस पर झाडू और साबुत धनिया की बिक्री के बाद नमक की डिमांड का भी यहीं आलम रहा। दुकानों में सुबह से ही साबुत नमक के खरीदार पहुंच रहे थे। साबुत नमक चुनिंदा दुकानों पर ही बिक रहा था। लेकिन जब धनतेरस पर नमक की डिमांड 10 बजे तक तेज हुई तो अन्य किराना व्यापारियों ने थोक बाजार की राह पकड़ी और जल्द से जल्द नमक की बोरी मंगवाकर ग्राहकों के लिए बोरी का मुंह खोल दिया। दोपहर बाद अधिकांश दुकानों से साबुत नमक का स्टाक भी खत्म हो गया।
धनतेरस पर झाडू और साबुत धनिया की बिक्री के बाद नमक की डिमांड का भी यहीं आलम रहा। दुकानों में सुबह से ही साबुत नमक के खरीदार पहुंच रहे थे। साबुत नमक चुनिंदा दुकानों पर ही बिक रहा था। लेकिन जब धनतेरस पर नमक की डिमांड 10 बजे तक तेज हुई तो अन्य किराना व्यापारियों ने थोक बाजार की राह पकड़ी और जल्द से जल्द नमक की बोरी मंगवाकर ग्राहकों के लिए बोरी का मुंह खोल दिया। दोपहर बाद अधिकांश दुकानों से साबुत नमक का स्टाक भी खत्म हो गया।
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इस कारण से धनतेरस पर नमक, साबुत धनिया और झाडू की खरीदारीदिवाली के मौके पर धनतेरस पर झाड़ू, साबुत धनिया और झाडू खरीदने की परंपरा है। मान्यता है कि धनतेरस के दिन घर में झाड़ू खरीदकर लाने से आर्थिक समृद्धि बढ़ती है। परिवार में सुख शांति रहती है। इसी तरह से धनतेरस पर धनिया खरीद को शुभ माना गया है।
मान्यता है कि धनतेरस की शाम पूजा के समय मां लक्ष्मी और कुबेरजी को धनिया अर्पित करने से घर में पैसों की कमी नहीं होती। इसी तरह से धनतेरस पर साबुत खड़ा नमक खरीदने को शुभ बताया गया है। ऐसा करने से आर्थिक संकट तो दूर होता ही है साथ ही धन वर्षा भी होती है।