दरअसल साध्वी प्राची लखनऊ जाते समय
मेरठ स्टेशन पर पत्रकारों से बात करने के लिए रूकी। इस दौरान उन्होंने कहा कि उनके खिलाफ प्रशासन साजिश रच रहा है। उनके खिलाफ अखिलेश सरकार में भी साजिश रची गई थी। उन्होंने कहा कि आज वे खुलासा कर रही हैं कि पूर्व सपा सरकार में उनकी हत्या की साजिश रची जा रही थी। अगर भाजपा सरकार न आई होती तो उनकी हत्या हो चुकी होती। अखिलेश सरकार के दौरान उन पर मुकदमें दर्ज किए गए थे। वे न तब प्रशासन से डरी थी और न अब प्रशासन से डर रही हैं। वे अपने बयान पर कायम हैं।
ये भी पढ़ें : तीसरी पत्नी के चक्कर में दूसरी को घर से निकाला, पहली पत्नी चली गयी पाकिस्तान उन्होंने कहा कि अखिलेश सरकार ने उन पर बिना वजह के दर्जनों मुकदमें विभिन्न थानों में दर्ज करा दिए थे। उन्होंने सपा सरकार को निशाने पर लेते हुए कहा कि जो व्यक्ति टीवी पर लगातार दिखाया जाता रहा यह कहता हुआ कि हिन्दुओं की दुकान से समान न खरीदा जाए। उसके खिलाफ कुछ नहीं किया गया। मैंने तो सिर्फ यहीं कहा कि गाय काटने वाले हाथ कांवड़ नहीं बना सकते। उनके हाथों से बनी कांवड़ शुद्ध नहीं हो सकती। उन्होंने कहा कि हिन्दुओं के दो पवित्र त्योहार होते हैं पहला कांवड़ यात्रा और दूसरा राखी का पर्व। मैं तो हिन्दुओं से कहती हूं कि दोनों पर्व पर इनकी दुकान से कोई समान नहीं खरीदा जाए।
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इसके साथ ही वीएचपी नेता ने कहा कि आजम खान ने बिल्कुल ठीक कहा कि मदरसे में योगी आदित्यनाथ या साध्वी प्रज्ञा जैसे लोग नहीं पैदा होते। मदरसे में तो जाकिर नाईक और अफजल गुरू जैसे लोग पैदा होते हैं। उन्होंने कहा कि प्रशासन तो वहीं है न। प्रशासन के भीतर कीटाणु तो बसपा और सपा वाले ही हैं। उन्होंने कहा कि नाहिद हसन हो या फिर आजम खान। जब ये बोलते हैं तो क्या हवा में आक्सीजन छोड़ते हैं। जो प्रशासन इन्हें गिरफ्तार नहीं करता। साध्वी प्राची कभी भड़काऊ भाषण नहीं देती।