यह भी पढ़ेंः उप मुख्यमंत्री की विवादित टिप्पणी को विपक्ष के नेताआें ने कैराना आैर नूरपुर से जोड़ा, कुछ कहा एेसा यह भी पढ़ेंः कांवड़ यात्रा को लेकर यूपी के इस मंत्री ने अफसरों को दिए ये कड़े निर्देश देश में और भी हैं कई उदाहरण अनिल का कहना है कि कर्नाटक में एक हिन्दू मोहन राय ने एक मस्जिद के लिए कम पड़ रही जगह को पूरा करने के लिए अपनी जमीन के एक हिस्से को, जो कि मस्जिद के साथ ही सटा हुआ था दान दे दिया। कर्नाटक में मोहन राय ने यह मिसाल उस वक्त पेश की जब कुछ असामाजिक तत्व हिन्दू-मुस्लिम के बीच भेदभाव पैदा करके साम्प्रदायिक माहौल खराब करना चाहते थे। उन्होंने बताया कि इसी तरह बिहार के समस्तीपुर के गांव वजीदपुर में करनी मेला में आयोजित श्रीमद्भागवत कथा यज्ञ समिति में मुस्लिमों ने योगदान किया। यह भागवत बीती 4 मार्च से 11 मार्च 2018 तक आयोजित की गई थी। इसमें गांव के मुस्लिम भाई शामिल हुए और उन्होंने पूरे कार्यक्रम के दौरान तन-मन-धन से पूरा सहयोग किया। इसके अलावा यूपी में भी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की योजना मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना में भी एक तरफ निकाह पढ़ा जा रहा था तो दूसरी ओर पंडित शादी के मंत्र पढ रहे थे। खुद मेरठ में इस तरह का सामूहिक विवाह हुआ जिसमें दोनों सांप्रदायों की एकता देखते ही बनती थी। अनिल सांगवान ने कहा कि जिस प्रकार संभल में मदरसे में हिन्दू-मुस्लिमों के बीच फूलों की होली खेली जाती है। उसी प्रकार हमें भी इस गंगा-जमुना सभ्यता को बनाए रखना चाहिए। अनिल का रोजा इफ्तार पार्टी क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है।
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