यह भी पढ़ेंः इस ईद पर शीर की मिठास इन कारणों से हो रही फीकी यह भी पढ़ेंः वेस्ट यूपी में र्इद आैर कांवड़ यात्रा पर खतरे को लेकर एडीजी ने दिए हैं ये कड़े आदेश राजनीतिक मुद्दों को लेकर खूब हुर्इ चर्चा डा. मैराजुद्दीन ने ‘पत्रिका’ को बताया कि यह पार्टी पूरी तरह से राजनैतिक मुद्दों की बातों और चर्चाओं से अलग रही, लेकिन जहां पर दलों के नेता एकत्र हों और वहां पर राजनीति की बातें न हो ऐसा हो नहीं सकता। उन्होंने बताया कि राहुल गांधी से मुलाकात के दौरान राहुल ने उन्हें कैराना जीत की बधाई के साथ ही आने वाले 2019 लोक सभा चुनाव के लिए तैयार रहने के लिए कहा। डा. मैराजुद्दीन ने बताया कि राहुल की पार्टी में बसपा नेताओं का आना इस बात का संकेत है कि बसपा, कांग्रेस को गठबंधन में शामिल होने से कोई परहेज नहीं करेगी। रोजा इफ्तार पार्टी में इस बात पर जोरशोर से चर्चाएं हुई कि अब जाट वोट बैंक रालोद के खाते में वापस आ चुका है। जाटों की घर वापसी को रालोद की बड़ी उपब्धियों के रूप में देखा जा रहा है।
यह भी पढ़ेंः वेस्ट यूपी में 25 जून के बाद आ रहा है मानसून, मौसम विभाग ने जतार्इ संभावना राहुल गांधी को दी यह सलाह डा. मैराजुद्दीन ने राहुल से हुई बातचीत के बाद सुझाव दिया कि भाजपा के खिलाफ गठबंधन में सभी को अपने मतभेद और अपनी ईगो को एकतरफ कर चुनाव में एकसाथ जुट जाना चाहिए। राहुल ने उनके इस सुझाव पर सहमति भी जताई। मैराजुद्दीन ने कहा कि गठबंधन की मजबूती के लिए जल्द ही एक बड़ी रैली का आयोजन किया जाएगा, जिसमें एक मंच पर गठबंधन के बड़े नेता देश और प्रदेश की जनता के सामने भाजपा के कारनामों का चिट्ठा खोलेंगे।