यह भी पढ़ेंः डिप्टी सीएम ने कहा- पाकिस्तान कब्रिस्तान बनने की आेर बढ़ रहा है, दी ये बड़ी चेतवानी प्रियंका बोली- सचिन हम इतनी मीठी चाय नहीं पीते ढाबे पर काम करने वाले सचिन ने दोनों को चाय बनाकर पिलाई। चाय के घूंट भरते ही दोनों भाई बहन (राहुल गांधी और प्रियंका गांधी) ने सचिन को अपने पास बुलाया और कहा कि हम इतनी मीठी चाय नहीं पीते। आगे से अगर हम यहां आए तो ध्यान रखना। सचिन ने पत्रिका संवाददाता से फोन पर बात की। सचिन ने राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के ढाबे पर रूकने के दौरान हुई बातचीत के बारे में भी बताया।
यह भी पढ़ेंः पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे के आरोप पर हुआ यहां जमकर हंगामा, भाजपा नेताआें ने की ये मांग प्रियंका ने कहा अपनी बहन का ध्यान रखना सचिन से प्रियंका गांधी ने चाय पीते हुए पूछा कि आपके घर पर कौन-कौन हैं। इस पर सचिन ने बताया कि उसके घर में तीन भाई और एक बहन है। उसके पिता का स्वर्गवास हो गया है। मां ही सबकी देखभाल करती है। सचिन ने बताया कि इसके बाद प्रियंका गांधी थोड़ी देर के लिए चुप हो गई। फिर बोली कि अपनी बहन का ध्यान रखना। उसको अच्छे से पढ़ाना कहीं कोई जरूरत हो तो मेरा नंबर रख लो। मुझसे मदद के लिए बोलना। सचिन ने कहा कि उसे एकपल तो विश्वास नहीं हुआ, लेकिन जब प्रियंका ने साथ चल रहे पीए से नंबर देने को कहा तो उसकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा।
यह भी पढ़ेंः सैनिकों के राहत कोष में सेंधमारी करने वाले का ‘खेल’ पकड़ा बैंक अफसरों ने, वायरल मैसेज पर किया लोगों को आगाह क्या यहां इतनी ही मीठी चाय बनती है राहुल गांधी ने सचिन से पूछा कि इसी ढाबे में इतनी मीठी चाय बनती है या फिर पूरे क्षेत्र में। इस पर ढाबा संचालक और सचिन ने कहा कि साहब, यहां पर तो लोग इससे भी अधिक मीठी चाय, बर्फी खाते हुए पीते हैं। यह सुनकर राहुल और प्रियंका के साथ ही पश्चिम उप्र प्रभारी ज्योतिरादित्य सिंघिया भी हंस पड़े। राहुल ने कहा कि हम लोग इतनी मीठी चाय नहीं पी सकते।
यह भी पढ़ेंः चुनाव से पहले योगी सरकार ने किए 15 आर्इपीएस के तबादले, चर्चित नितिन तिवारी को दी गर्इ इस जिले की कमान मौजूद लोगों के साथ सेल्फी सचिन और ढाबे पर काम करने वाले सभी लोगों के अलावा वहां पर खाना खा रहे लोगों ने भी राहुल और प्रियंका गांधी के साथ सेल्फी ली। कुछ लोगों ने फिल्म अभिनेता रहे और वर्तमान में कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष राजबब्बर के साथ भी सेल्फी ली। ढाबे पर कांग्रेसी नेताओं का काफिला करीब 20 मिनट तक रुका रहा। इस दौरान चारों ओर सुरक्षा काफी सख्त थी। कमाडों ने ढाबे को चारों ओर से घेर रखा था।