यह भी पढ़ेंः सेना ने कोरोना योद्धाओं के जज्बे को किया सलाम, जीओसी ने कहा- सभी एकजुट होकर इस लड़ाई को जीतें फुटकर में सब्जियों के दाम ज्यादा फुटकर में कुछ सब्जियों को छोड़ दें तो कई सब्जियां की कीमत तो इतनी कम हो गई हैं कि जिसका अंदाज लगाना कठिन है। आलू और प्याज के साथ ही अन्य सब्जियों का स्टाक सरप्लस हो रहा है। लोगों की भीड़ कम हो रही है। ऐसे में सब्जी की बिक्री भी कम होने लगी। किसान भी परेशान हैं कि उनकी लागत तक नहीं निकल रही। थोक में भी अधिकांश सब्जियों की कीमतों में अधिक अंतर नहीं है। मोनू ने बताया कि जो आम इन दिनों 160 रूपये किलो बिकता था, आज वह 100 रुपये किलो बिक रहा हैं। तुरई, मटर, परवल, कटहल आदि सब्ज्यिां के दाम भी काफी कम हुए हैं।
यह भी पढ़ेंः जिला अस्पताल की स्टाफ नर्स मिली कोरोना पॉजिटिव, आइसोलेशन वार्ड में कर रही थी ड्यूटी बाहर नहीं जा पा रहे फल और सब्जियां गंगा के खादर में बड़े पैमाने पर खरबूजे और सब्जियों की खेती होती है। इस समय खरबूजा और सब्जियों की फसल पककर पूरी तरह से तैयार है, लेकिन लॉकडाउन के चलते यह बाहर नहीं निकल पा रहा है। जिसके चलते मेरठ में ही स्टाक इतना अधिक हो गया है कि किसानों को और फल व्यापारियों को यह बेभाव बाजार में निकालना पड़ रहा है। मंडी के आढ़तियों को कहना है कि लॉकडाउन के चलते शादी-ब्याह और अन्य कार्यक्रम भी बंद हैं। वहीं होटल व्यवसाय भी पूरी तरह से ठप पड़ा हुआ है। जिसके कारण सब्जियों और फलों की खपत बहुत कम हो रही है। इस कारण से भी इनके दामों में भारी गिरावट आई है।