यह भी पढ़ेंः 500 माला आैर 54 वाहनों का काफिला…इस निशानेबाज के स्वागत ने पीछे छोड़ा यूपी के मंत्रियों को! कालेज के लिए घर से निकली थी स्वाति के परिजनों ने बताया स्वाति रोज की तरह कालेज के लिए घर से निकली थी, लेकिन थोड़ी देर बाद स्वाति का फोन आया की वह गंगनहर पर अपनी जान देने जा रही है। परिजन आनन-फानन में गंगनहर की तरफ दौड़ लगार्इ, लेकिन इससे पहले ही स्वाति गंगनहर में कूद चुकी थी। घटना के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और स्वाति को तलाशते हुए गंगनहर में गोताखोरों को भी लगाया, लेकिन कोई भी कामयाबी नहीं मिली। स्वाति के पिता पीएसी गाजियाबाद में तैनात है।
अपने पर लग रहे आरोपों से थी परेशान 20 मार्च को पवन व उसके दोस्त के साथ स्वाति व उसके साथ अन्य युवती थी। चारों दोस्त सरधना चर्च घूमने गए थे आैर वहां से लौटते हुए नानू का पुल गंगनहर पर रुके थे। बताते हैं कि गंगनहर के किनारे पवन सेल्फी लेते समय फिसल गया आैर गंगनहर में बह गया। अभी तक उसका शव बरामद नहीं हुआ है। इस हादसे के बाद पवन के परिजनों ने दोनों युवतियों व दोस्त के खिलाफ हत्या का आरोप लगाते हुए सरधना थाने में तहरीर दी थी। परिजनों का कहना है कि उसके दोस्तों ने खाने में नशीला पदार्थ मिला दिया था या फिर उसे धक्का दिया गया। उनका कहना है कि पवन तैरना जानता था, नशे में उसकी हालत एेसी नहीं थी कि वह तैर सके। इसी आधार पर बुधवार को सीओ सरधना ने पवन के दोस्तों से काफी देर तक पूछताछ की। जिसके चलते सीओ ने दूसरे पक्ष दो दिन बाद बुलाया था। स्वाति पवन के परिजनों के आरोपों से परेशान थी। अपने दोस्त की हत्या पर आरोप उस पर लग रहे थे। तहरीर के आधार पर पुलिस पूछताछ कर रही थी, इसलिए स्वाति परेशान थी। बताते हैं कि इसी परेशानी के चलते उसने उसी जगह से गंगनहर में छलांग लगा दी। हालांकि अभी 24 घंटे बाद भी स्वाति का कुछ पता नहीं लग पाया।