हमले से पुलिसकर्मी घबरा गए और अपनी जान बचाने के लिए इधर-उधर भागने लगे। हत्यारोपी के परिजनों ने पुलिसकर्मियों और एसओजी ( SOG ) की टीम को जमीन पर गिराकर बुरी तरह से पीटा। इस हमले में कई पुलिसकर्मियों को चाेटें आई हैं। पुलिस ( Meerut Police ) पर हमले की सूचना पर अन्य थानों का फोर्स मौके पर पहुंचा और पुलिस पर हमले के आरोप में हत्यारोपित के भाई, ताऊ और घर की महिलाओं को पकड़कर थाने ले आए। पुलिस पर हमले के बीच हत्यारोपी छत से कूदकर फरार हो गया। पुलिस ने हमले के आरोप में करीब एक दर्जन लोगों को पकड़ा है। उनसे पूछताछ की जा रही है।
दौराला थाना क्षेत्र का गांव सकौती निवासी सोनू गुर्जर पुत्र ज्ञान सिंह का मवाना में कोचिंग संचालक था। हर रोज की तरह दो हफ्ते पूर्व सोनू बाइक पर सवार होकर अपने कोचिंग मवाना जा रहा था। रास्ते में फलावदा थाना क्षेत्र के गांव पिलौना के पास पहुंचते ही अज्ञात बदमाशों ने सोनू पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर उसकी हत्या कर दी थी। पीड़ित परिवार ने अज्ञात बदमाशों के खिलाफ केस दर्ज कराया था। तभी से फलावदा थाना पुलिस और एसओजी टीम बदमाशों तक पहुंचने का प्रयास कर रही थी। पुलिस ने मृतक का मोबाइल और उसके परिजनों से पूछताछ के बाद हत्याकांड की कड़ियों को जोड़ा तो धंजू गांव निवासी शुभम पुत्र मुनेश कुमार का नाम प्रकाश में आया। रविवार को फलावदा एसओ शिववीर सिंह भदौरिया और एसओजी प्रभारी वरूण शर्मा अपनी-अपनी टीम के साथ धंजू गांव में शुभम के घर दबिश दी। शुभम को घर से धर दबोचा और पूछताछ के लिए लेकर चल दिए। इसके बाद शुभम के परिजनों ने पुलिस और एसओजी टीम से धक्कामुक्की कर शुभम को छुड़ा लिया। शुभम भागकर छत पर चढ़ गया। पुलिस टीम जब घर में घुसी तो परिजनों ने डंडों से हमला कर दिया। भगदड़ में पुलिसकर्मी गिर गए, मगर परिजनों ने उसके बाद भी उन पर हमला किया।
ग्रामीणों की भीड़ जमा हो गई। इस बीच आरोपित शुभम छत से कूदकर भाग गया। पुलिस पर हमले की सूचना पर कई थानों की पुलिस मौके पर पहुंची और जानकारी की। शुभम का तहेरा भाई नीटू पुत्र सुरेश नोएडा पुलिस में सिपाही है। नीटू की पत्नी भी पुलिस में सिपाही है। सिपाही दंपति छुट्टी पर घर आया था। पुलिस पर हमले के बाद सिपाही नीटू, सूरज समेत आधा दर्जन आरोपितों को पल्लवपुरम थाने ले गए। एसपी देहात अविनाश पांडे ने बताया कि पुलिस टीम पर हमला हुआ है। आरोपित को परिजनों ने भगा दिया। पुलिस जल्द फरार आरोपित को पकड़ेगी। पुलिस पर हमले के आरोपियों पर मुकदमा दर्ज किया जा रहा है।