यह भी पढ़ेंः VIDEO: मेरठ में ‘लैंड जेहाद’ के विरोध में इस हिन्दू संगठन ने किया जोरदार प्रदर्शन प्रहलाद नगर से 125 हिन्दू परिवार का पलायन लिसाड़ी गेट क्षेत्र के प्रह्लाद नगर से लगभग 125 हिन्दू परिवार अपने मकान बेचकर पलायन कर चुके है। मुख्यमंत्री कार्यालय ने आनलाइन शिकायत के बाद रिपोर्ट तलब की है। इससे पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया है। रिपोर्ट तलब के बाद एडीजी प्रशांत कुमार, कमिश्नर अनिता सी. मेश्राम, डीएम अनिल ढींगरा, एसएसपी नितिन तिवारी समेत कई प्रशासनिक व पुलिस अफसर गुरुवार को प्रहलाद नगर पहुंचे और लोगों से बातचीत की। एडीजी और कमिश्नर ने साफ का कहना है कि प्रहलाद नगर में पलायन के आरोप गलत हैं। सब ठीक मिला है। इसकी रिपोर्ट लखनउ भेज दी गई है। सीओ कोतवाली दिनेश शुक्ला ने बताया कि दोनों समुदाय के लोगों के बीच बातचीत के बाद प्रहलाद नगर में सीसीटीवी कैमरे और बैरियर लगाने पर सहमति बनी है। विदित है कि ‘नमो ऐप’ पर प्रहलाद नगर से 125 हिन्दू परिवारों के छोड़कर जाने की शिकायत भेजी गई थी।
यह भी पढ़ेंः अब मेरठ में भी पलायन का मुद्दा गरमाया, सीएम कार्यालय ने तलब की रिपोर्ट पिलोखड़ी और बनियापाड़ा मोहल्ले हिन्दुओं से खाली सुप्रीम कोर्ट अधिवक्ता संदीप पहल कहते हैं कि लैंड जेहाद के साथ-साथ अब मुख्य मार्गों और हाईवे पर ‘होटल जेहाद’ चल रहा है। जगह-जगह ढाबे और होटल खोलकर सरकारी जमीनों पर अतिक्रमण किया जा रहा है। इससे पहले सड़क किनारे सरकारी जमीन पर पीर व मजार बनाकर कब्जे किए गए। पुलिस और प्रशासन इस दिशा में कुछ नहीं करता। उन्होंने बताया कि मेरठ के पिलोखड़ी रोड से पिछले 15 साल में 200 हिन्दू परिवार पलायन कर चुके हैं। कभी पूरी तरह से हिन्दू कॉलोनी रहे पटेल नगर में हिन्दुओं के 400 से अधिक परिवार रहते थे। आज वहां पर बमुश्किल दो-चार हिन्दू परिवार बचे हैं। बाकी अराजक तत्वों के डर से पलायन कर चुके हैं। इसी तरह से विकासपुरी, सोती गंज, गुरुद्वारा रोड, थापर नगर से बड़ी संख्या में हिन्दू पलायन करके दूसरे स्थानों पर जाकर बस रहे हैं। तिवारी क्वार्टर्स से हिन्दू परिवार पूरी तरह से जा चुके हैं और यहां पर मुस्लिम परिवार बस गए हैं। हापुड़ रोड स्थित स्टेट बैंक कॉलोनी हिन्दूविहीन हो चुकी है और यहां मुस्लिम बस चुके हैं। बुढ़ाना गेट क्षेत्र में बनियापाड़ा व खंदक से हिन्दू जा रहे हैं। देहात क्षेत्र में सरधना, फलावदा, लावड़, मवाना, किठौर, शाहजहांपुर, हर्रा, खिवाई, जानी, धौलड़ी आदि क्षेत्रों में भी विस्फोटक हालात हैं।
यह भी पढ़ेंः VIDEO: पुराने विवाद में किसान की हत्या कर शव तेजाब से झुलसाया सस्ती दरों पर मकान बेचने को करते हैं मजबूर पूर्व भाजपा प्रदेशाध्यक्ष डा. लक्ष्मीकांत वाजपेयी कहते हैं कि एक सांप्रदाय विशेष की नीति विस्तारवादी रही है। ये लोग किसी भी बस्ती में पहुंचकर बहुसंख्यक वर्ग के लोगों को परेशान करना शुरू कर देते हैं। जिसके कारण परेशान लोग अपने परिवार की सुरक्षा के लिए पलायन करते हैं। अल्पख्यंक शुरू में हिन्दुओं से मकान महंगे खरीदते हैं और इसके बाद सस्ती दरों पर लोगों को मकान बेचकर पलायन करने को मजबूर करते हैं। ये लोग अपनी नीतियों के कारण पूरे मेरठ शहर का सामरिक ढांचा बदलने में जुटे हैं। उनका कहना है कि शहर विधानसभा में लगभग 30 प्रतिशत मकानों में ताले लटक चुके हैं। जबकि मतदाता सूची में लोगों के नाम दर्ज हैं। मौके पर वह लोग नहीं रह रहे हैं। जबकि 17 प्रतिशत लोग मौके पर हैं, लेकिन उनके नाम वोटर लिस्ट में दर्ज नहीं है। इससे 80 फीसदी हिन्दू आबादी प्रभावित है। यह भयावह स्थिति है। वह चुनाव आयोग से मेरठ शहर विधानसभा की घर-घर जाकर जांच करने के लिए मांग कर चुके हैं। डॉ. लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने कहा कि प्रह्लाद नगर से पलायन समेत पूरे शहर के मुद्दे को वह उचित मंच पर उठाएंगे। यह चिंता की स्थिति है। जनता को साथ लेकर वह इसके खिलाफ उग्र आंदोलन करेंगे। लोगों की टीम बनाकर मकान बेचने वालों को रोका जाएगा और बेचकर जा चुके लोगों को वापस लाने का प्रयास किया जाएगा। आखिर हिन्दू कब तक भागेगा और कहां तक भागेगा।
जाने क्या है ‘लैंड जेहाद’ लैंड जेहाद के तहत पहले किसी मोहल्ले में एक अल्पसंख्यक परिवार आकर रहता है। इसके बाद उसके आसपास कई परिवार आकर रहने लगते हैं। इसके अलावा ये लोग स्टंट करना, बाइक तेजी से चलाना और हिन्दुओं के घर की महिलाओं को छेड़ते हैं उनको परेशान करते हैं। एक समय ऐसा आता है जिसमें मजबूरी में हिन्दुओं को अपने घरबार उन्हें ही कम दाम में बेचकर जाना होता है। ये होता है लैंड जेहाद।